बच्चों पर सितम:नवजात को मरने के लिए कचरे में फेंका, छह साल की बेटी को छोड़कर प्रेमी के साथ भागी मां
पुराना थाना क्षेत्र में महावीर वार्ड जैन मंदिर के पास बीती रात लाल कपड़े के थैले में लावारिश मिला 2 दिन का नवजात यदि 15 मिनट और देरी से जिला अस्पताल पहुंचता तो उसकी जान चली जाती। डाॅक्टरों के मुताबिक उसका तापमान बहुत तेजी से कम हो गया था और ऑक्सीजन लेवल गिर रहा था। आनन-फानन में आरक्षकों ने उसे अस्पताल पहुंचाया और अंतिम समय पर उसे ऑक्सीजन लगाकर जान बचाई जा सकी।
फिलहाल नवजात स्वस्थ है। जिस जगह पर नवजात मिला है, पुलिस उसके आसपास सीसीटीवी कैमरे तलाशने में जुटी है। हालांकि मंदिर में सीसीटीवी कैमरे मिले हैं, लेकिन उसमें कुछ नजर नहीं आ रहा है। एसएनसीयू में पदस्थ डॉ. रोहित जैन ने बताया कि नवजात का वजन 2 किलो 200 ग्राम है, लगभग 2 दिन का लग रहा है। रात के समय जब एसएनसीयू में लाया गया था तब उसकी सांस ठीक से नहीं चल रही थीं। उन्होंने बताया कि थैले में सिर बंद होने की वजह से बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हुई। यदि 15 मिनट और लेट होते तो मुश्किल हो जाती।
सिर थैले में फंसा था और पैर बाहर निकले हुए थे
मेरी कल नाइट ड्यूटी थी, मैं गश्त पर था, रात 1.50 बजे सूचना मिली कि महावीर वार्ड जैन मंदिर के पास कचरे के ढेर के पास नवजात पड़ा है, मैं मौके पर पहुंचा तभी डायल 100 भी पहुंची थी, डायल 100 में आरक्षक कृष्ण कुमार और पायलट शैलेंद्र थे, सड़क किनारे लाल रंग के थैला में नवजात पड़ा था, जिसके पैर फटे हुए थैला से बाहर निकले थे सिर अंदर फंसा था मोहल्ले के एक घर से कैंची मंगाकर थैला काटा और नवजात को बाहर निकाला, उसकी नली बॉडी में लिपटी हुई थी और ब्लड लगा हुआ था।
कोई उसे उठाने को तैयार नहीं हो रहा था तो पास के घर से एक टॉबिल मांगी और उसमें रखकर नवजात को उठाया और डायल 100 में बैठकर तुरंत ही जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉ. रोहित जैन द्वारा नवजात का चैकअप किया गया और उसे ऑक्सीजन में रखा गया इस तरह उसी जान बचाई गई।
जिस थैले में मिला उसमें टोपी लाइन प्रिंट है
जिस थैला में नवजात मिला है उसमें टोपी लाइन दमोह प्रिंट है। टोपी लाइन शहर के घंटाघर के पास स्थित कपड़ा मार्केट है यहां किस दुकान से इस तरह के थैले प्रिंट कराए गए हैं और किस ग्राहक को थैला दिया गया इसकी जांच पड़ताल होने पर पुलिस को कुछ सुराग लग सकता है।
कोतवाली में अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज
आरक्षक ने बताया कि मोहल्ले के यश बजाज और विशाल बजाज की ओर से कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई है। अज्ञात के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। दूसरे दिन पुलिस मंदिर सहित आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालती रही लेकिन कुछ पता नहीं चल सकता। आखिर नवजात को सड़क किनारे छोड़कर कौन गया है।
महिला प्रेमी के साथ भागी, एक माह बाद बेटी को छोड़ा
दमोह. बटियागढ़ थाना अंतर्गत एक महिला छह साल की बेटी को लेकर प्रेमी के साथ दिल्ली भाग गई। बाद में महिला और प्रेमी के बीच में विवाद का कारण बन रही बेटी के लिए मंगलवार को महिला ने वापस बटियागढ़ आकर एक नदी के किनारे रिश्तेदार के घर के पास लावारिश छोड़ा और फिर भाग गई। आसपास लोगों से पता चलने पर इसकी सूचना महिला के पति को दी गई। मौके पर पहुंची चाइल्ड हेल्पलाइन ने उसकी जांच कराकर बेटी के लिए पिता के सुपुर्द कर दिया है। पूछताछ में पता चला है कि महिला बेटी से परेशान हो गई थी। उसकी रोज पिटाई करती थी।