मंदसौर, एजेंसी। महत्वाकांक्षी परियोजना दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के अंडरब्रिज को डिटोनेटर से ब्लास्ट कर उड़ाने का मामला सामने आया है। ये अंडरब्रिज मंदसौर जिले शामगढ़ इलाके में बनाया गया था। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर रासुका के तहत कार्रवाई की है। पुलिस ने बताया कि मामला मंदसौर जिले के शामगढ़ के ग्राम बनी का है। यहां से गुजर रहे भारतमाला परियोजना के तहत निर्मित महत्वाकांक्षी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे को विस्फोटक से क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। मामले में दो आरोपियों सुल्तान सिंह व रमेशचन्द्र ओढ पर रासुका की कार्रवाई की गई है। पुलिस ने बताया कि जीआर इन्फ्राप्रोजेक्ट लिमिटेड के सीनियर हाईवे इंजीनियर नेमीचन्द्र सिंघाडिया ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि गांव बनी के पास निकल रहे दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस वे (8-लेन ) पर बने अंडर ब्रिज (बॉक्स कल्वर्ट 515 / 1 आर) को विस्फोटक के माध्यम से विस्फोट कर सुल्तान सिंह ने क्षतिग्रस्त कर दिया है।
पुलिस ने आरोपी पर धारा 427 भादवि 3/4 लोक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 का प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया। विवेचना में पाया कि सुल्तान सिंह के साथी आरोपी रमेशचन्द्र ओढ जिसके पास उच्च विस्फोटक पदार्थ जिलेटिन को विस्फोट करने की मशीन (एयर क्रम्प्रेशर) है और किसी प्रकार का कोई लायसेन्स व वैध दस्तावेज नहीं है। दोनों आरोपियों ने देश की महत्वाकांक्षी परियोजना दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस वे (8-लेन) को विस्फोट कर क्षतिग्रस्त किया और राष्ट्र की सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया है। यदि समय पर जानकारी नहीं मिलती और एक्सप्रेस वे आवागमन के लिए प्रारम्भ हो जाता तो अत्यधिक जान व माल का नुकसान होता। गंभीर अपराध पर दोनो को ही पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध एनएसए की कार्रवाई की है।
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