इंदौर, यशभारत। इंदौर शहर के विजयनगर पुलिस थाने में एक छात्र पर अवैध तरीके से डीजल बेचने का आरोप लगाकर पुलिस के जवान उसे पकड़कर थाने ले आये और टीआई के केबिन में उनके सामने ही प्लास्टिक के पाईप से घंटों तक पीटते रहे। यही नहीं, पुलिस ने युवक के परिवार से पचास हजार रूपये मांगे। बाद में तीस हजार रूपये देकर युवक को छोड़ दिया। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर, इंदौर से तीन सप्ताह में जवाब मांगा है।
आरोन गोलीकांड, एनकाउंटर की जांच अब एडीएम करेंगे
गुना जिले में हुये आरोन गोलीकांड में तीन पुलिसकर्मियों की मौत और उसके बाद हुये एनकाउंटर में मारे गये तीन कथित आरोपियों के मामले में अब एडीएम गुना जांच करेंगे। जांच के लिये उन्होंने छह बिंदु भी तय कर लिये हैं। इसमें शिकारियों की पहचान कैसे की, कितनी दूर से गोली चलाईं, पीएम रिपोर्ट, पुलिस की थ्योरी की जांच आदि शामिल हैं। विगत 13-14 मई की रात आरोन इलाके के शहरोक के पास शिकारियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गये थे। एक शिकारी भी मुठभेड़ में मारा गया था। शाम को एक कथित आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। तीसरा आरोपी भी दो दिन बाद कथित एनकाउंटर में मारा गया था। मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस अधीक्षक, गुना से दो माह में जवाब मांगा है।