कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के भाई पर एफआईआर का मामलाः कांग्रेस नेताओं ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन देकर कहा गलत एफआईआर हुई

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस मुख्यालय, भोपाल पहुंचकर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (।क्ळ) को ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन इंदौर के तेजाजी नगर थाने में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के भाई भारत पटवारी एवं नाना पटवारी के खिलाफ दर्ज की गई एकतरफा एवं पक्षपातपूर्ण एफआईआर की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने हेतु सौंपा गया।
प्रतिनिधिमंडल में विधायक आरिफ मसूद, कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव कुणाल चौधरी, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी अरुण श्रीवास्तव, पार्टी के प्रदेश महामंत्री गौरव रघुवंशी, चुनाव आयोग प्रभारी जेपी धनोपिया, प्रदेश महामंत्री श्रीमती रोशनी यादव, श्री अमित शर्मा, छैन्प् प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष चौकसे, कांग्रेस प्रवक्ता रवि सक्सेना, अजीत भदौरिया,जितेंद्र मिश्रा, श्री संतोष परिहार, श्री अभिनव बरोलिया, प्रवीण धौलपुरे ,कुंदन पंजाबी आनंद जाट,श्री मिथुन अहिरवार,श्री अवनीश बुंदेला,श्री राहुल राज, श्री रितेश त्रिपाठी, पूर्व महिला जिलाध्यक्ष श्रीमती संतोष कंसाना, प्रदेश सचिव श्री राज कुमार सिंह सहित कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष श्री उमंग सिंघार ने कहा
ष्यह थ्प्त् राजनीतिक द्वेष की भावना से प्रेरित होकर की गई है। यह दर्शाता है कि किस प्रकार भाजपा सरकार व्यक्तिगत दुश्मनी के तहत विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है। थ्प्त् में जिनका नाम है, उनका जमीन से कोई लेना-देना नहीं है, जबकि उस ट्रस्ट की जमीन पर लगे बोर्ड पर स्पष्ट रूप से मुख्यमंत्री मोहन यादव के भाई का नाम अंकित है। यह सवाल उठता है कि जब मुख्यमंत्री के भाई का नाम उस जमीन से जुड़ा है, तो विपक्ष के नेताओं के परिजनों पर थ्प्त् कैसे की गई? हम मांग करते हैं कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच हो।ष्
मीडिया विभाग के अध्यक्ष श्री मुकेश नायक ने कहा
ष्यह थ्प्त् राजनीति के असली चेहरे को उजागर करती है। वह भूमि यादव महासभा की है, और उस पर लगे बोर्ड पर मुख्यमंत्री के भाई का नाम दर्ज है। इसके बावजूद प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी जी के भाईयों को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है। कांग्रेस इस राजनीतिक षड्यंत्र के खिलाफ सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी।ष्
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करती है और साफ करती है कि यदि जल्द ही न्यायसंगत कार्रवाई नहीं हुई, तो पार्टी राज्यभर में आंदोलन के लिए बाध्य होगी।







