गुरु- शिष्य परंपरा भारतवासियों के लिए आज भी सर्वोच्च परंपरा : विधायक शैलेंद्र जैन
रानी अवंती बाई लोधी विश्वविद्यालय में गुरु पूर्णिमा महोत्सव एवम पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन हुआ
सागर यश भारत (संभागीय ब्यूरो)/ राज्य सरकार द्वारा नव स्थापित रानी अवंती बाई लोधी विश्वविद्यालय सागर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गुरुजनों का सम्मान समारोह एवं पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सागर विधायक शैलेंद्र जैन उपस्थित थे कार्यक्रम में सभी अतिथियों ने सर्वप्रथम सरस्वती पूजन कर सभी गुरुजनों का शाल श्रीफल एवं पुष्पमाला से सम्मान किया और गुरु पूर्णिमा का महत्व बताया। इसके बाद परिसर में पूरी ऊंचाई के पौधे रोपित किए और उन पौधों को सुरक्षित और संरक्षित करने का संकल्प लिया गया।
विधायक शैलेंद्र जैन ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु शिष्य परंपरा वैदिक काल की परंपरा है। आज भी यह परंपरा जीवित है और हम सभी टीचर्स डे के साथ-साथ गुरु पूर्णिमा को और भी अधिक उत्साह के साथ मनाते हैं। गुरु पूर्णिमा को मनाया जाना यह बताता है कि हम अपनी सनातन संस्कृति और वैदिक परंपराओं को जीवित रखे हुए हैं हमारी संस्कृति में भगवान गुरु और माता-पिता का स्थान सर्वोपरि है।
हमारे यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सागर वासियों के लिए अनूठी सौगात देते हुए रानी अवंती बाई लोधी विश्वविद्यालय की सौगात दी है। यह हमारे बुंदेलखंड के उन विद्यार्थियों के लिए जो डा हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय एवं अन्य महाविद्यालयों में में प्रवेश से वंचित रह जाते थे और फिर निजी महाविद्यालयों में काफी महंगी शुल्क पर प्रवेश लेते थे, उन्हें हम सारी सुविधाएं यहां उपलब्ध कराएंगे और यथासंभव कोर्सेज शुरू करेंगे। कार्यक्रम को विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ शक्ति जैन ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मंडल अध्यक्ष विक्रम सोनी, मनीष चौबे, पार्षद धर्मेंद्र खटीक, विशाल खटीक, मनोज चौरसिया, डॉ मिथिलेश शरण चौबे, डॉ एमके मिश्रा, डॉ अलका पुष्पा निशा, डा मुकेश, डॉ किरण आर्य, प्रशुक जैन, मोनू जैन आदि उपस्थित थे।