पति ने लगा ली फांसी , पत्नी ने लगा ली आग : पत्नी के आशिक के पैर छुए, पर बेटे से नहीं मिलने दिया
भोपाल के टीटी नगर इलाके में पत्नी की बेवफाई से परेशान युवक ने फांसी लगा ली। पति की मौत की खबर पता चलते ही शुक्रवार सुबह घर पहुंची पत्नी ने पेट्रोल डालकर आग लगा ली। इलाज के दौरान दोपहर में उसने भी दम तोड़ दिया। पुलिस को युवक के पास से सुसाइड नोट मिला है। इसमें उसने पत्नी के आशिक (सागर बाबा) के लिए लिखा है कि पत्नी-बच्चे से मिलाने के लिए सागर बाबा के पैर तक छुए, लेकिन वह नहीं पिघला। सागर बाबा ने जीवन तबाह कर दिया। मैं पत्नी, सागर बाबा की वजह से जान दे रहा हूं। दोनों ने 2014 में लव मैरिज की थी। पुलिस अब सागर की तलाश में जुटी है।
जैन मंदिर के सामने पीएचई कॉलोनी में रहने वाले अक्षय सोमकुंवर उर्फ गोलू (26) बल्लभ भवन में लिफ्ट ऑपरेटर था। गुरुवार रात खाना खाने के बाद वह कमरे में चला गया। रात करीब 12:30 बजे उसकी मां कुसुम बाई ने देखा कि अक्षय फंदे से लटका है। कुसुम बाइ तुरंत उसे पड़ोसियों की मदद से जेपी अस्पताल लेकर पहुंची। यहां डॉक्टरों ने अक्षय को मृत घोषित कर दिया। इधर, शुक्रवार सुबह अक्षय की पत्नी सुधा को पति की मौत के बारे में पता चला। वह घर पहुंची और छत पर चली गई। जहां से पेट्रोल डालकर कमरे में आई। इसके बाद खुद को आग लगा ली। सास कुसुम बाई व रिश्तेदारों ने उसे बचाया। अस्पताल में इलाज के दौरान दोपहर उसकी मौत हो गई। सुधा आग लगाने के बाद चार साल के बेटे को भी आग के हवाले करना चाह रही थी। वह बेटे को खींच रही थी। इसी बीच परिजनों ने उसे छीन लिया। अक्षय के भाई नीलेश ने बताया कि सुधा की वजह से भाई को जान देनी पड़ी। भाई ने सुधा के प्रेमी को लेकर सुसाइड नोट में भी जिक्र किया है।
दोस्ती कर पत्नी से नजदीकियां
अक्षय और सागर दोनों दोस्त थे। अक्षय के जरिए ही वह उसकी पत्नी से मिला था। कुछ दिनों बाद सागर और सुधा के बीच नजदीकी बढ़ी। जब अक्षय को शक हुआ और पत्नी से बात की तो वह उसे परेशान करने लगी। जब भी अक्षय इस बारे में बात करना चाहता, सुधा सागर से अक्षय को धमकी दिला देती थी।
अक्षय को छोड़कर गई
अक्षय के बड़े भाई नीलेश ने बताया कि वह 12 नंबर मल्टी में रहता है, जबकि उसका भाई गोलू उर्फ अक्षय मल्टी में मां के साथ रहता था। गोलू ने 2014 में सुधा शुक्ला से प्रेम विवाह किया था। उनका 4 साल का बेटा भी है। तीन-चार साल से सुधा का प्रेम प्रसंग इलाके के सागर नाम के युवक से शुरू हो गया था। इस बात से गोलू परेशान था। सुधा 7 अक्टूबर को घर से बच्चे को लेकर सागर के साथ चली गई थी। वह पंचशील नगर में उसके साथ रह रही थी।
खबर मिलने के बाद घर आई
गोलू पत्नी को कॉल करता था, लेकिन वह नहीं आ रही थी। इसी से दुखी होकर चार दिन पहले गोलू ने फांसी लगाने का प्रयास किया था। उस समय मां ने बचा लिया। अगले दिन गोलू ने हाथ की नस काट ली थी। इसका पता चलते ही सुधा घर लौट आई। एक दिन रहने के बाद वापस सागर के पास चली गई। गोलू ने पत्नी से फिर घर लौटने की गुजारिश की, लेकिन वह नहीं मानी।