अब किसानों को बुला कर उनकी धान की पहचान करने के पश्चात धान खरीदी जायेगी
लिस्ट भोपाल भेजी जा चुकी है जो कि पोर्टल पर अपलोड भी हो चुकी है
अब किसानों को बुला कर उनकी धान की पहचान करने के पश्चात धान खरीदी जायेगी
धान से संबंधित जानकारी देते हुये कलेक्टर ने कहा कि कई टीमें राज्य शासन से भेजी गयीं हैं और ये टीमें अलग अलग वेयर हाउसों में जाकर वहां रूक रहीं हैं वहां जो धान इकट्ठा है जो कि बिना स्लॉट बुकिंग के, बगैर उपार्जन केन्द्र के इकट्ठा कर लिया गया है। उसकी जांच कर रही हैं। जो एफएक्यू है उसे हम किसानों से खरीदेंगे और जो नॉन एफएक्यू है उसे रिजेक्ट करेंगे। इस संबंध में कार्रवाई चल रही है लगभग 7-8 दिनों में कार्यवाही पूरी हो जायेंगी। किसानों के संबंध में बिल्कुल क्लियर है वेयर हाउस वालों से बात हो चुकी है उन किसानों की लिस्ट तैयार की जा चुकी है जिन किसानों का वहां पर धान रखा हुआ है। इसी के साथ ये लिस्ट भोपाल भेजी जा चुकी है जो कि पोर्टल पर अपलोड भी हो चुकी है। अब किसानों को बुला कर उनकी धान की पहचान करने के पश्चात धान अगर एफएक्यू है तो धान खरीदी जायेगी अगर नॉन एफएक्यू है तो किसान से कहेंगे कि उसे अपग्रेड कर लें।