
कटनी, यशभारत। बरगवां स्थित मणिपुरम गोल्ड लोन बैंक में शनिवार की सुबह हुई 8 करोड़ की सनसनीखेज डकैती के आरोपियों का पुलिस को सुराग लग गया है। पांच में से दो आरोपी पुलिस की गिरफ्तर में आ चुके हैं। दोनों आरोपी मंडला जिले के निमास से पकड़े गए हैं। आईजी खुद पूरे सर्चिंग ऑपरेशन की कमान सम्भाले हुए हैं। कटनी एसपी समेत संभाग के कई एसपी और बड़ी संख्या में पुलिस बल कुंडम के जंगलों में डेरा डालकर कल रात से ही सर्चिंग अभियान चला रहा है। पकड़े गए दोनों युवकों से पूछताछ के आधार पर जो जानकारी सामने आई है, वह काफी चौंकाने वाली है। सूत्रों के मुताबिक बैंक लूट की वारदात को अंजाम देने वाले सभी आरोपी बिहार के रहने वाले हैं। इस गिरोह का मास्टर माइंड बिहार की जेल में बंद है। वह जेल में रहते हुए ही इस गिरोह को ऑपरेट कर रहा है। गिरोह के सदस्य मणिपुरम गोल्ड लोन बैंक को ही अपना टारगेट बनाते हैं। इस बैंक में सिक्योरिटी सिस्टम काफी कमजोर होता है। गिरोह ने विगत 29 अगस्त को उदयपुर में मणिपुरम गोल्ड लोन बैंक में लूट की वारदात को अंजाम दिया था और यहां से 24 किलो सोना एवं साढ़े 12 लाख रूपए नगद लूटा था। लूटे गए सोने को बिहार और उत्तरप्रदेश के रास्ते नेपाल में खपाया जाता था। मणिपुरम गोल्ड लोन बैंक में शनिवार की सुबह हुई डकैती की वारदात के बाद से कटनी जिले की पुलिस कुंडम के जंगलों में डेरा डाले हुए है। पुलिस के पास पक्की खबर है कि बैंक डकैती के आरोपी इसी जंगल में छिपे हुए है। आरोपियों के पास लूटा गया सोना एवं नगर रूपयों के साथ ही हथियार भी है। सूत्रों ने बताया कि कटनी, जबलपुर सहित मंडला जिले की पुलिस ने जंगल को चारों तरफ से घेर लिया है। इसके अलावा कुंडम में चारों ओर नाकेबंदी भी कर दी गई है। पुलिस का सोचना है कि आरोपी गाड़ी की नंबर प्लेट बदलकर भी भाग सकते हैं, इसीलिए नाकों पर हर वाहन की चैकिंग की जा रही है।

बिहार की जेल में बंद है गिरोह का मास्टर माइंड
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैंकों में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का मास्टर माइंड बिहार की जेल में बंद है। जेल में रहकर ही वह इस गिरोह को ऑपरेट कर रहा है। सूत्रों ने बताया कि गिरोह का मुखिया बिहार का रहने वाला है। उसी ने कटनी के मणिपुरम गोल्ड लोन बैंक में लूट की वारदात की पूरी योजना तैयार की थी।
मणिपुरम गोल्ड लोन बैंक को बनाते हैं टारगेट
पकड़े गए आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस को जानकारी मिली है, उसके मुताबिक गिरोह के सदस्य मणिपुरम गोल्ड लोन बैंक को ही अपना टारगेट बनाते हैं। इसके पीछे मु य कारण मणिपुरम गोल्ड लोन बैंक का सिक्योरिटी सिस्टम का कमजोर होना है, जिससे गिरोह के सदस्य बड़ी आसानी के साथ ही लूट की वारदात को अंजाम दे देते हैं। बरगवां स्थित मणिपुरम गोल्ड लोन बैंक में भी सिक्योरिटी सिस्टम काफी कमजोर था। यहां बैंक की सुरक्षा के लिए कोई भी सिक्योरिटी गार्ड नहीं था। जिसका फायदा उठाते हुए गिरोह ने दिनदहाड़े डकैती की वारदात को अंजाम दिया।
उदयपुर में भी अंजाम दे चुके हैं वारदात
सूत्रों से मिली जानकारी में बताया गया है कि इस गिरोह के सदस्य बैंक लूट की वारदात को ही अंजाम देते हैं। विगत 29 अगस्त को उदयपुर में मणिपुरम गोल्ड लोन बैंक दिनदहहाड़े लूट की वारदात को अंजाम दिया था। गिरोह ने यहां से 24 किलो सोना एवं साढ़े 12 लाख रूपए नगद लूटा था। वारदात के बाद से ही उदयपुर की पुलिस गिरोह की तलाश कर रही थी। इन घटनाओं के बाद ाी बरगवां स्थित मणिपुरम गोल्ड लोन बैंक में सिक्योरिटी को लेकर इंतजाम नहीं किए गए थे।
बिहार-उत्तरप्रदेश के रास्ते नेपाल में खपाते हैं सोना
बैंकों में लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद सबसे बड़ी समस्या इतनी अधिक मात्रा में लूटे गए सोने को ठिकाने लगाने की होती है। बताया जाता है कि गिरोह द्वारा लूटे गए सोने को बिहार और उत्तरप्रदेश के रास्ते नेपाल में खपाया जाता था। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि उत्तरप्रदेश के गोरखपुर से नेपाल की बॉर्डर लगी हुई है और यहां से नेपाल आने-जाने में ज्यादा दिक्कत भी नहीं होती है। यही कारण है कि लूटे गए सोने को नेपाल में ही खपाया जाता है।
बघराजी में 15 दिन पहले लिया था किराए का घर
इस पूरे घटनाक्रम में सबसे महत्वपूर्ण जानकारी यह पता चली है कि आरोपियों ने कुंडम के पास बघराजी में 15 दिन पहले किराए का घर लिया था। यहां से उन्होंने जबलपुर, मंडला और कटनी सहित आसपास के जिलों में स्थित बैंकों में रैकी करना शुरू किया। रैकी के दौरान बदमाशों को कटनी के मणप्पुरम गोल्ड लोन बैंक में वारदात को अंजाम देना काफी आसान लगा। इसके पीछे मु य वजह यहां पर सुरक्षा के लिए कोई गार्ड का न होना था। रैकी के दौरान बदमाशों ने भागने का पूरा प्लान बनाया और शनिवार की सुबह इस वारदात को बिल्कुल फिल्मी स्टाइल से अंजाम दिया।
ब्लैक कलर की अपाचे की तलाश
सूत्रों ने बताया कि आरोपी बैंक में डकैती की वारदात को अंजाम देने के बाद ब्लैक कलर की अपाचे में भागे थे, इसके बाद से ही नाकों पर इस तरह की गाड़ी की चैकिंग की जा रही थी। इस गाड़ी में दो युवकों पर डकैती की वारदात को अंजाम दिए जाने का संदेह था। सूत्रों ने यह भी बताया कि दोनों आरोपी कुंडम के जंगल में छिपे हुए हैं, इनके पास हथियार भी है और नंबर प्लेट बदलकर भाग सकते हैं, लिहाजा पुलिस ने कुंडम के जंगल में सर्चिंग तेज कर दी। सूत्रों ने बताया कि लुटेरों ने अपाचे में एमपी09-क्यूपी 4130 की नंबर प्लेट लगा रखी थी और इनके पास एमपी 21 एमजे 4674 नंबर की एक अन्य नंबर प्लेट भी है।
फोटोग्राफ से की जा रही जांच
सूत्रों ने यह भी बताया कि पुलिस को आरोपियों की फोटोग्राफ भी मिल गए हंै। ऐसा माना जा रहा है कि इन दोनों युवकों के पास ही लूटा हुआ सोना हो सकता है। कुंडम और निमास क्षेत्र में इनको देखा गया था। पिछले 10 दिन से यह दोनों युवक बघराजी में मकान लेकर रह रहे थे।
सीसीटीवी फुटेज में दिखे लुटेरे
शनिवार की सुबह मणप्पुरम गोल्ड लोन बैंक में डकैती की वारदात के बाद पुलिस को अपराधियों की फोटो-वीडियो प्राप्त करने में काफी वक्त लग गया, इसकी मु य वजह यह रही कि बैंक के सीसीटीवी कैमरों का कंट्रोल सतना व एक अन्य हेड ऑफिस से हो रहा था। वहां संपर्क किया गया और फिर वहां से बदमाशों के सीसीटीवी फुटेज मिले, जिसके बाद पुलिस ने त तीश शुरू की। इसके बाद पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से संदेहियों की तलाश शुरू की। सीसीटीव्ही फुटेज के आधार पर पुलिस की जांच शुरू हुई, इसके अलावा हाईवे पर लगे सीसीटीव्ही कैमेरों की मदद लेते हुए आरोपियों को ट्रेस किया।
वारदात के चंद घंटों के बाद मिली बाइक
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी किस तरफ भागे, यह पता लगाने में ही पुलिस को काफी देर लग गई। सीसीटीव्ही फुटेज मिलने के बाद जब तक पुलिस आरोपियों को सुराग लगा पाती, तब तक बदमाश जिले की सीमा को पार कर चुके थे। जिसके बाद कटनी पुलिस ने आसपास के जिलों के साथ ही सरहदी जिलों के थानों को वारदात की खबर देते हुए निशानदेही के लिए आरोपियों की फोटो भेजी। बताया जाता है कि पुलिस को चकमा देने के लिए आरोपी अलग-अलग दिशा में भागे। पुलिस ने बताया कि वारदात में शामिल दो बदमाशों को पकड़ लिया गया है। लूटी गई बाइक एमपी 21 एमएस 3192 सहित एक बदमाश की बाइक अमदरा व एक अन्य स्थल से बरामद की गई है।
ऑपरेशन की कमान आईजी उमेश जोगा के हाथ, संभाग के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक एक्टिव मोड पर
आरोपियों को पकडऩे के लिए चलाए जा रहे इस पूरे ऑपरेशन की कमान जबलपुर रेंज के आईजी उमेश जोगा संभाल रहे हैं। उन्होंने वारदात का पर्दाफाश करने एवं आरोपियों की गिर तारी के लिए संभाग के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। आईजी के निर्देशों के बाद कुंडम में कटनी सहित कई जिलों की पुलिस डेरा डाले हुए है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी पकड़े जाएंगे। जबलपुर जोन के आईजी उमेश जोगा ने रंगनाथ थाना क्षेत्र के अंतर्गत मणप्पुरम बैंक में हुई डकैती की घटना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए कटनी पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने इस वारदात का जल्द से जल्द खुलासा किए जाने को लेकर कटनी पुलिस को आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सुनील जैन सहित रंगनाथ नगर, कोतवाली, माधवनगर, एनकेजे एवं कुठला थानों के प्रभारी एवं स्टाफ उपस्थित रहा। एसपी ने एडीजी को जानकारी दी कि आरोपियों के संबंध में महत्वूपर्ण सुराग हाथ लगे हैं। घटना के बाद सरहदी जिलों को अवगत कराते हुए नाकेबंदी की गई है। घटना का शीघ्र ही खुलासा किया जाएगा।
इनका कहना है
बैंक लूट की वारदात के बाद सीसीटीव्ही फुटेज एवं मुखबिरों की सूचना के आधार पर कटनी जिले की पुलिस कुंडम के जंगलों में कल शनिवार से ही लगातार सर्चिंग कर रही है। पूरे अभियान का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन कर रहे हैं। वे स्वयं कुंडम के जंगलों में फोर्स के साथ डेरा डाले हुए हैं। दो संदिग्ध युवकों को वारदात के बाद निमास से पकड़ा गया है। सीसीटीव्ही फुटेज में यही युवक दिख रहे हैं, हालांकि इनके पास से लूटा गया सोना जब्त नहीं किया गया है। फरार तीन युवकों का सुराग भी मिल गया है। उनकी लोकेशन को ट्रेस होने के बाद से ही कुंडम में सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है।
-मनोज केडिय़ा, एएसपी