51 वर्षों बाद श्री बड़े महावीर जी अपने पुराने स्वरूप में, बड़े फुहारा स्थित मंदिर में भक्तों का सैलाब, जयकारों से गूंजा पूरा क्षेत्र

जबलपुर। बड़े फुहारा स्थित प्राचीन श्री बड़े महावीर जी मंदिर में शनिवार को एक ऐतिहासिक क्षण घटित हुआ। पूरे 51 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद हनुमान जी ने अपना पुराना चोला त्यागकर नया चोला धारण किया। इस दुर्लभ घटना के साक्षी बनने के लिए सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
पुजारी ने बताया दुर्लभ क्षण
मंदिर के सेवक पंडित आशीष पुजारी बड़े महाराज ने बताया कि हनुमान जी का चोला परिवर्तन एक अत्यंत दुर्लभ और पवित्र अवसर होता है। परंपरा के अनुसार यह परिवर्तन कई दशकों बाद ही संभव होता है। इस बार पूरे 51 वर्षों बाद हनुमान जी ने अपना स्वरूप बदला है।
जयकारों से गूंजा मंदिर
हनुमान जी का नया चोला धारण कराए जाने के बाद मंदिर प्रांगण “जय श्री राम” और “बजरंगबली की जय” के जयकारों से गूंज उठा। भक्तों ने पुष्प, प्रसाद और नारियल अर्पित कर हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान मंदिर में सुंदरकांड पाठ, भजन-कीर्तन और विशेष आरती का आयोजन भी हुआ।
ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी का चोला परिवर्तन भक्तों के लिए विशेष पुण्यदायी माना जाता है। इसे आस्था का पर्व भी कहा जाता है, जिसमें दर्शन मात्र से ही भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी होने की मान्यता है।

श्रद्धालुओं की प्रतिक्रियाएँ
“यह क्षण मेरे लिए जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य है। 51 साल बाद बड़े महावीर जी के इस स्वरूप को देखने का अवसर मिला।” – एक श्रद्धालु
“मंदिर में आज का दृश्य अविस्मरणीय है। चारों तरफ सिर्फ भक्ति और आस्था का माहौल है।” – एक महिला भक्त

प्रशासन और मंदिर समिति की अपील
मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अनुशासन और श्रद्धा भाव से दर्शन करें। वहीं प्रशासन ने भी सुरक्षा और व्यवस्था के विशेष इंतज़ाम किए हैं ताकि भक्तगण निर्बाध दर्शन कर सकें।







