
पंचांग की गणना के अनुसार कार्तिंक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर 18 अक्टूबर मंगलवार के दिन पुष्य नक्षत्र आ रहा है। मंगलवार के दिन पुष्य नक्षत्र होने से यह मंगल पुष्य कहलाएगा। हालांकि पुष्य नक्षत्र की विशेषता गुरु अथवा शनि या रवि के साथ विशेष मानी गई है, किंतु मंगल को भी सहयोगी दृष्टिकोण से देखा जाता है।
पं. अमर डिब्बेवाला ने बताया इस बार पुष्य नक्षत्र पूरे 24 घंटे रहेगा इस दौरान नयी वस्तुओं की खरीदी सहित स्वर्ण आभूषण देवी देवताओं की मूर्ति आदि की खरीदी की जा सकती है। पुष्य नक्षत्र मंगलवार को प्रात: 5:22 से बुधवार के दिन प्रात: 8 बजे तक रहेगा इस दृष्टि से मंगलवार दिन भर खरीदी का शुभ मुहूर्त रहेगा अर्थात इस दौरान निरंतर वस्तुओं की खरीदी की जा सकेगी। इसमें चौघडिय़ा देखने की आवश्यकता नहीं।