
शहडोल, यशभारत। शहडोल के 12 आदिवासी युवकों को आंध्रप्रदेश के चित्तूर बंधक बना लिया गया है। ये युवक काम की तलाश में वहां गए थे। पीडि़त युवाओं ने जब इस बात की जानकारी अपने स्वजनों को फोन पर दी तो उन्होंने पुलिस अधीक्षक शहडोल कुमार प्रतीक से बेटों को वापस लाने की गुहार लगाई है। एसपी कुमार प्रतीक ने शिकायत को लेकर पता करवाते हुए जल्द ही वैधानिक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। श्यामबाई कोल ने बताया कि शिकायत के 10 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक बेटे घर नहीं पहुंचे। इन सबको पटासी के राजेश कोल ने छत्तीसगढ़ के मिथुन कोल नागपुर में जूस फैक्ट्री में काम होना बताकर लेकर गया था। बताया कि पीडि़त युवाओं में से एक गुरवाही के राजा कोल ने बुधवार को एक तस्वीर भेजी है। उसने बताया कि 25 जनवरी को यहां पहुंचे तो एक सप्ताह काम के बाद पैसे ही नहीं दिए। दो लोग उनकी निगरानी कर रहे हैं। उनके साथ जानवरों जैसा सुलूक किया जा रहा है। खाने के नाम पर चावल और नमक दिया जाता है। ट्रक-कार की टक्कर में होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी की मौत
शिकायत के अनुसार समीर कोल जितेंद्र कोल राजेश कोल रोहित कोल राजा कोल छोटू कोल गोलू कोल जुवेश कोल, सोमनाथ कोल को बंधक बनाया गया है। फोन से मिली सूचना के आधार पर स्वजनों ने पुलिस से शिकायत की है। पुलिस का कहना है कि बंधक नहीं बनाया गया है स्वजनों के अनुसार बंधक जैसे सलूक किया जा रहा है।