
जबलपुर यश भारत। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत गरीबों को दिए जा रहे मकानों में सहायक सचिव द्वारा पैसे मांगने की बातें तो आप ने पहले से सुन रखी होंगी लेकिन सिवनी जिले के घुनसौर जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले शिकारा गांव में तो सहायक सचिव पूरे के पूरे 11 मकान ही डकार गया जिसका खुलासा जबलपुर की पश्चिम विधानसभा सीट से विधायक तरुण भनोट की शिकायत से हुआ है। उन्होंने इस मामले को विधानसभा में उठाया था जिसके बाद जांच हुई तो पता चला कि यहां पदस्थ प्रभारी सचिव और रोजगार सहायक जिसे सहायक सचिव भी कहा जाता है, उसके द्वारा हितग्राहियों के नाम से मकान तो आवंटित कराए गए लेकिन उसमें खाते दूसरे लगा दिए गए जिसके चलते पूरी की पूरी राशि हितग्राहियों के खाते में ना जाता दूसरे लोगों के खाते में चली गई।
विधायक तरुण भनोट के मामला उठाने के बाद विभाग हरकत में आया और पूरे मामले की जांच की गई। जिसके बाद दोषी पाए जाने पर सहायक सचिव अजय डहेरिया की सेवाएं तत्काल समाप्त करते हुए उसके खिलाफ f.i.r. करवाई गई है। यह अपने आप में अनोखा मामला है जब पंचायत कर्मचारी द्वारा 11 मकानों की पूरी की पूरी राशि गोलमोल कर दी गई हो। शिकारा गांव वैसे तो सिवनी जिले में आता है लेकिन यह जबलपुर जिले की सीमा से सटा हुआ है । साथ ही बरगी बांध के डूब क्षेत्र और सुदूर जंगली इलाका होने के कारण शासकीय योजनाओं में यहां जमकर भ्रष्टाचार होता है।