हे प्रभु यह क्या हुआ! : तेज आंधी से उड़ा गरीब किसान के घर का छप्पर

यश भारत शहपुरा ।अचानक आयी तेज आंधी ने गरीब का आशियाना को उजाड़ कर रख दिया। अंधी-तूफान की भयावह से परिवार के लोग अभी भी डरे सहमे है। शहपुरा तहसील क्षेत्र में 8 अप्रैल को शाम आंधी तूफान के साथ तेज बारिश हुई, जिसने जमकर कहर बरपाया। पड़रिया कला ग्राम के निवासी प्रेमानंद विश्वास पिता स्व. सहदेव उम्र 75 वर्ष के बुजुर्ग के कच्ची मकान का छत तेज आंधी ने उड़ा दिया।
जिससे मकान के छत में लगे सीमेंट सीट हवाओं में उड़कर काफी दूर जा गिरा। इसी दौरान घर में रही महिला को सैड के नीचे दबने से घायल हो गई। तेज हवाओं के थपेड़ों ने घर की नींव को भी हिला दिया। घर की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। सीट छप्पर टूटने से टीवी पंखा, कूलर, लाइट अन्य सामान भींगकर नष्ट हो गया।
शहपुरा क्षेत्र में कुछ दिनों से बेमौसम बारिश हो रही है। साथ ही तूफान का असर भी देखा जा रहा है। कुछ दिनों से हुए आंधी तूफान ने जमकर उत्पात मचाया, जिससे की जानमाल की हानि हुई। पड़रिया कला निवासी देवेंद्र झारिया अपने आशियाने के उजड़ने से बेहद दुखी है। इस तूफान से लगभग उन्हें 1.50 लाख रुपये का आर्थिक क्षति हुई है। पीड़ित किसान का कहना है कि मेरा परिवार बुधवार को घर पर थे और में मजदूरी करने बाहर गया हुआ था। उसी बीच अचानक तेज आंधी तूफान हमारे लिए आफत बन कर आई और कहर ढहाकर चली गई। हमें संभलने का मौका भी नहीं दिया। घर के छत में लगे सीट को तेज आंधी ने उड़ाकर ले गया। जैसे-तैसे हमने खाट के नीचे छिपकर जान बचाई। इसके बावजूद भी मेरी पत्नी को सेट के नीचे दब जाने के कारण काफी चोट आई है।
देवेंद्र झारिया ने कहा कि मैं गरीब मेहनत मजदूरी कर घर परिवार चलता हूं । छत में लगे सीट को हवाओं ने उड़ा दिया जो क्षतिग्रस्त अवस्था में है। ग्रामीणों ने बताया कि आंधी से गरीब का आशियाना उजड़ जाने से देवेंद्र झारिया के परिवार के समक्ष विकट परेशानी उत्पन्न हो गई है। सरकार देवेंद्र झारिया की आर्थिक मदद कर सहायता प्रदान करें ताकि गरीब का उजड़ा घर फिर से आबाद हो सके।