हीराकुंड एक्सप्रेस में 28 किलो गांजा के साथ आरोपी गिरफ्तार

जबलपुर यशभारत। पुलिस अधीक्षक जबलपुर रेल विनायक वर्मा (भा.पु.से.) द्वारा सभी राजपत्रितअधिकारियो एवं थाना प्रभारियो को मादक पदार्थो की तस्करी में लिप्त आरेापियों की पतासाजी कर उनके विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही हेतु आदेशित किया गया है ।
आदेश के परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती प्रतिमा पटेल एवं उप पुलिस अधीक्षक रेल श्री आर के गौतम मार्गदर्शन में जीआरपी थाना सागर पुलिस की टीम के द्वारा 28 किलोग्राम गांजा के साथ एक आरोपी को रंगे हाथ पकड़ा गया है।थाना प्रभारी जीआरपी सागर श्री प्रमोद अहिरवार ने बताया कि दिनॉक 30-1-2022 की शाम को विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि शिवाकांत जाट पिता नंदकिशोर जाट उम्र 25 वर्ष निवासी महर्षि अरविंद बाढ़ थाना बेलबाग जिला जबलपुर अपने पास अवैध मादक पदार्थ गांजा रखे है, जो थोड़ी देर में भाग जाएगा , हीराकुंड एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 20807 से लेकर आया है, टीम के द्वारा तुरंत दबिश दी गयी तो रंगे हाथों पकडा गया। सूचना पर एन.डी.पी.एस. एक्ट के प्रावधानो के तहत कार्यवाही करते हुये तत्काल योजनाबद्ध तरीके से दबिश दी गयी प्लेटफार्म नंबर 2 फुटओवर ब्रिज के नीचे एक बोरे में एक- एक किलो के पैकेटों में सफेद बोरे में मुखबिर के बताये हुलिये का व्यक्ति जिसे घेराबंदी कर पकड़ा गया ,नाम पता पूछने पर अपना नाम शिवाकांत जाट पिता नंदकिशोरउर्फ किशोर जाट उम्र 25वर्ष निवासी महर्षि अरविंद बाढ़ थाना बेलबाग जिला जबलपुर का रहने वाला बताया, सूचना से अवगत कराते हुये कब्जे में लिए बोरे को चैक करने पर अंदर पालीथीन के बैकेटों में गांजा रखे मिला, जो तौल करने पर 28 किलो गांजा कीमती 2लाख 80 हजार रूपये का होना पाया गया ।जिसे जप्त करते हुये आरोपी शिवाकांत जाट के विरुद्ध धारा 8, 20 एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुये उक्त गांजा कहॉ से और कैसे प्राप्त किया के सम्बंध में पूछताछ की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि पकड़ा गया आरोपी क्या पहले भी कभी पकड़ा गया है पता किया जा रहा है और इसके साथ में कौन कौन थे तथा कहां से गांजा लाया है इस संबंध में विवेचना की जा रही है। आरोपी का पुलिस रिमांड लिया जाकर पूछताछ की जाती है।उल्लेखनीय भूमिका – आरोपी को रंगे हाथ गांजे के साथ पकड़ने में उप निरीक्षक थाना प्रभारी जीआरपी सागर प्रमोद अहिरवार, सहायक उपनिरीक्षक मूलचंद सहायक उपनिरीक्षक राधा मोहन प्रधान आरक्षक कैलाश , आरक्षक रघुराज परमार, ओम प्रकाश नवाब और श्याम लाल की सराहनीय भूमिका रही।