हत्या के प्रयास का मुख्य आरोपी विजयराघवगढ़ पुलिस के हत्थे चढ़ा : कारीतलाई मेले में दिया था वारदात को अंजाम
कटनी, यशभारत। विजयराघवगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम कारीतलाई में मेले के दौरान के चाकूबाजी की वारदात को अंजाम देने के बाद से ही फरार आरोपी को पकडऩे में पुलिस को सफलता मिली है। हत्या के प्रयास को आरोपी को पुलिस ने माननीय न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है।
बताया जाता है कि विगत 18 फरवरी को रात्रि करीब 8 बजे सुरेश पटेल पिता पूरन पटेल निवासी ग्राम पोंडी थाना मैहर अपने बड़े भाई की ससुराल करीतलाई में मेला घूमने आया हुआ था। वह अपने दोस्तों के साथ मेला घूम रहा था। इस दौरान अनुज पटेल निवासी करीतलाई मेले में किसी लडक़ी को छेड़ रहा था जिसे मना करने पर अनुज पटेल निवासी कारीतलाई ने अपने साथी चाचा केदार पटेल निवासी कारीतलाई एवं साथी देवा पटेल निवासी मैहर ने सुरेश पटेल को गाली गलौज, मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी और अनुज पटेल ने सुरेश पटेल को पेट में तीन जगह चाकू से वार कर दिया, जिससे वह घायल होकर जमीन में गिर गया।
आरोपी वारदात को अंजाम देकर मौके से भाग निकले, तब सुरेश पटेल के साथी एवं भाई निजी वाहन से तत्काल विजयराघवगढ़ अस्पताल ले गए, जहां से प्राथमिक इलाज करवाकर जिला चिकित्सालय कटनी ले गए, वहां से पीडि़त को बेहतर इलाज हेतु हेतु जिला जबलपुर भेजना उचित समझा, जिससे पीडि़त के परिजनों ने निजी अस्पताल जबलपुर में इलाज करवाना उचित समझा और लगातार इलाज जारी है। उक्त घटना की सूचना पाते ही पुलिस ने तीनों आरोपियों के विरुद्ध अपराध धारा 307, 294, 323, 506, 34 के तहत अपराध पंजीकृत किया और केदार पटेल निवासी कारीतलाई व देवा पटेल पिता छोटू पटेल ग्राम मतवारा थाना अमदरा मैहर को 19 फरवरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
एसपी अभिजीत रंजन के निर्देशन एवं के पी सिंह एसडीओपी विजयराघवगढ़ के मार्गदर्शन में चाकू मारने वाले मुख्य आरोपी को अनुज पटेल को 21 फरवरी की शाम हिरासत में ले लिया।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
आरोपी को गिरफ्तार करने में अनूप सिंह ठाकुर निरीक्षक थाना प्रभारी, योगेश मिश्रा उप निरीक्षक, जगदीश पांडे कार्यवाहक सहायक उप निरीक्षक, मुकेश परस्ते कार्यवाहक प्रधान आरक्षक, आरक्षक अंजनी झा, पप्पू प्रजापति, नीतेश सिंह, महिला सहायक उप निरीक्षक मीना, महिला आरक्षक नेहा सिंह एवं प्रशांत विश्वकर्मा प्रधान आरक्षक पुलिस अधीक्षक कार्यालय की सराहनीय भूमिका रही।