स्वच्छता के कार्यो में लापरवाही बरतने वाले एजेन्सी संचालक को निगमायुक्त ने लगाई बैठक में कड़ी फटकार: ह्यूमन मैट्रिक्स एजेन्सी को 1 माह 10 दिन का कोई भुगतान न करने का आदेश

*कार्यो में सुधार लाने एजेन्सी पदाधिकारियों को निगमायुक्त ने चेतावनी भी दी*
*स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान 2023 की समीक्षा बैठक में सभी बिन्दुओं पर निगमायुक्त द्वारा चर्चा*
*रूट के अनुसार डोर टू डोर कचरा वाहन नहीं चलाने वाले 10 चालकों की सेवा समाप्त*
*स्वच्छता के लिए अधिकृत एजेन्सी के साथ-साथ स्वास्थ्य अमले को भी स्वच्छता के कार्यो पर फोकस रखने निगमायुक्त के कड़े निर्देश*
जबलपुर। शहर में स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 के लिये जारी मापदण्डों के अनुरूप निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के द्वारा स्वच्छता संबंधी कार्य कराये जा रहे हैं, जिसकी समीक्षा निगमायुक्त स्वयं नियमित रूप से करते हैं। आज भी निगमायुक्त आशीष वशिष्ठ के द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान 2023 के क्रियान्यन के संबंध में स्वास्थ्य अमले और स्वच्छता में विभिन्न गतिविधियों के संचालन के लिए अधिकृत एजेन्सी ह्यूमन मैट्रिक्स के पदाधिकारियों के साथ बैठक की और एक-एक बिन्दुओं की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान पाया गया कि ह्युमन मैट्रिक्स एजेन्सी को स्वच्छता अभियान 2023 के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों, स्वच्छता पर आधारित प्रतियोगिताओं, जनजागरूकता कार्यक्रम आदि टाईम लाइन के अनुसार करने की जिम्मेदारी थी। परन्तु समीक्षा में देखने आया कि एजेन्सी द्वारा जिम्मेदारियों का कोई निर्वहन नहीं किया जा रहा है और न ही उनके द्वारा कोई कार्यो में रूची ली जा रही है, जिसपर कड़ी फटकार लगाते हुए निगमायुक्त ने 1 माह 10 दिन का कोई भुगतान नहीं करने के आदेश जारी किये। इसी प्रकार डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के कार्यो की भी समीक्षा की गई, जिसमें पाया गया कि वाहन चालकों के द्वारा निगम द्वारा तैयार रूट मैप के अनुसार कचरे का एकत्रीकरण का कार्य नहीं किया जा रहा है। इस पर उन्होंने 10 घोर लापरवाही बरतने वाले डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने वाले वाहन चालकों की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिये हैं।
निगमायुक्त द्वारा समीक्षा बैठक के दौरान शासन द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान 2023 के लिए जारी मापदण्डों एवं अन्य बिन्दुओं की भी जानकारी ली और निर्देशित किया कि कठौंदा स्थित सभी प्लांटों का रखरखाव एवं संचालन व्यवस्था दुरूस्त रहे, इसकी निगरानी स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी प्रतिदिन करेगें। उन्होंने कम्पोस्ट प्लांट लगवाने का विस्तारीकरण के साथ-साथ इसके लिए घर-घर लोगों को प्रेरित करने के भी निर्देश दिये।
निगमायुक्त ने स्वच्छ सर्वेक्षण के कार्यो में गंभीरता बरतने और जो टाईम लाइन जिस काम के लिए निर्धारित है, वह सभी काम निर्धारित टाईम लाइन के अनुरूप कराने तथा रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी सभी अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान को गति देने की आवश्यकता है आप सभी लोग इस दिशा में गंभीरता के साथ कार्य करें अन्यथा सभी के खिलाफ कठौर कार्रवाई की जायेगी जिसके लिए आप सभी स्वयं जिम्मेदार होगें। बैठक में अपर आयुक्त महेश कुमार कोरी, स्वास्थ्य अधिकारी भूपेन्द्र सिंह, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी सुनील गुजराती, अनिल जैन, के.के. दुबे, अनिल बारी, के साथ-साथ सभी मुख्य स्वच्छता निरीक्षक और ह्यूमन मैट्रिक्स एजेन्सी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।