सिवनी में 3.6 तीव्रता का भूकंप:जमीन के अंदर चूना-पत्थर की चट्टानें, बारिश का पानी नीचे जाने से कंपन; 24 घंटे में बरसात हुई तो फिर आ सकते हैं झटके
मध्यप्रदेश के सिवनी में शुक्रवार सुबह 11.49 बजे भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। लोगों ने कई बार कंपन महसूस किया। रिएक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.6 रही। अच्छी बात यह है कि कहीं से किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश ने बताया कि भूकंप के झटके बारिश होने के कारण आए हैं। अगर अगले 24 घंटे में बारिश होती है, तो दोबारा ऐसा हो सकता है, हालांकि संभावना कम है।
सड़क पर निकल आए लोग
सिवनी में छिंदवाड़ा चौक स्थित डेंटिस्ट विशाल दुबे ने बताया कि शुक्रवार सुबह दो बार कंपन महसूस हुआ। यह लगभग 5 सेकंड का था। क्लीनिक के दरवाजे और कांच खड़खड़ाने लगे थे। मिलन चौक निवासी किराना व्यापारी राकेश साहू ने बताया कि झटके लगने पर वह, घरवाले और दूसरे लोग सड़क पर निकल आए थे।
एक हफ्ते पहले भी झटके
21 सितंबर को भी 2.1 तीव्रता के झटके महसूस किए गए थे। पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में भी भूकंप के तेज झटके से लोग घबरा गए थे।
इस कारण आया भूकंप
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि सुबह 11.49 बजे सिवनी में 3.6 रिक्टर स्केल के भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह भारतीय समयानुसार भूस्थानिक केंद्र 22.11 डिग्री उत्तर अक्षांश, 79.59 डिग्री पूर्व देशांतर सिवनी, मध्य प्रदेश क्षेत्र में हाईपोसेंटर 5 किलोमीटर गहराई पर था।
सिवनी के साथ छिंदवाड़ा और बालाघाट में जमीन के अंदर चट्टानें चूना पत्थर की हैं। इनकी संरचनाएं ऐसी हैं कि जब भी बारिश का पानी इनमें जाता है, तो यह चट्टानें सिकुड़ जाती हैं। इनके बीच अंदर के छिद्र बंद हो जाते हैं, तो यह धंस जाती हैं। इसी कारण भूकंप के झटके आते हैं।
अब आगे क्या
अभी 24 घंटे में दोबारा इसके झटके महसूस किए जा सकते हैं। अगर थोड़ी भी ज्यादा बारिश हुई, तो इन इलाकों में भूकंप आ सकता है, लेकिन यह ज्यादा तीव्रता के नहीं होंगे। इनके 1 से डेढ़ तीव्रता के होने की संभावना है, लेकिन बारिश नहीं होती है, तो फिर भूकंप की संभावना नहीं रहेगी।