सर्किट हाउस में नहीं रुका था खुद को अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी बताने वाला जालसाज, प्रशासन को था पहले से शक, सर्किट हाउस में इंतजार कर रहे थे अधिकारी

जबलपुर, यश भारत। सिविल लाइन पुलिस द्वारा दो दिन पहले पकड़े गए जलसा सुधीर कुमार के विषय में नई जानकारी सामने आई है जिसमें वह सर्किट हाउस पहुंच ही नहीं था। जहां प्रशासन और पुलिस के अधिकारी उसका पहले से इंतजार कर रहे थे । बल्कि सिविल लाइन पुलिस द्वारा उसे शंका के आधार पर गिरफ्तार किया था। जानकारी के अनुसार सुधीर कुमार द्वारा जब कलेक्टर दीपक सक्सेना से सर्किट हाउस में रूम दिलवाने को लेकर मैसेज किया। इसके बाद उन्हें उक्त व्यक्ति पर शक हुआ और उन्होंने उक्त व्यक्ति की जानकारी लेने के लिए जनसंपर्क विभाग को कहा। इसके बाद पता चला कि इस नाम का कोई भी व्यक्ति भोपाल में अधिकारी नहीं है। इसके बाद उसके खिलाफ कार्रवाई करने का मन बनाया गया और सर्किट हाउस में उसका इंतजार किया गया लेकिन वह सर्किट हाउस पहुंच ही नहीं।
यह है मामला
कलेक्टर दीपक सक्सेना को सुधीर कुमार नामक एक व्यक्ति ने मैसेज किया जिसे खुद को पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी और भोपाल सचिवालय में जनसंपर्क अधिकारी बताया और जबलपुर के गेस्ट हाउस में रुकने को लेकर मदद मांगी। इसके बाद कलेक्टर द्वारा जबलपुर के जनसंपर्क अधिकारियों से उक्त व्यक्ति के बारे में जानकारी ली गई। इसके बाद ऐसे किसी भी व्यक्ति की जानकारी भोपाल से प्राप्त नहीं हुई। कलेक्टर जबलपुर ने प्रोटोकॉल अधिकारी एसडीएम ऋषभ जैन को उक्त व्यक्ति से संपर्क करके उसे रूम देने के बहाने जबलपुर बुलाने की तैयारी करने को कहा गया। जिसको लेकर सत्कार विभाग के अधिकारियों द्वारा उक्त व्यक्ति से संपर्क किया गया और फिर एक दो बार बात करने के बाद सुधीर कुमार को कोई शक हो गया और वह सर्किट हाउस नहीं पहुंचा। उक्त पूरे मामले में पुलिस के अधिकारियों को भी जानकारी दी गई थी जिसके चलते उसकी शहर में भी तलाश हो रही थी। उक्त व्यक्ति द्वारा कलेक्टर को जो अपनी फोटो भेजी गई थी और उसमें जो गाड़ी दिख रही थी उसके नंबर के आधार पर भी पुलिस जांच की तलाश कर रही थी और वह उसे सिविल लाइन क्षेत्र में मिल गया।
नहीं रुका था सर्किट हाउस में
इस पूरे मामले में जो जानकारी सामने आ रही थी उसमें पहले कहा गया था कि सुधीर कुमार सर्किट हाउस में रुका हुआ था , और उसे सायरन बजाने के कारण पुलिस ने रोका और फिर उसके खिलाफ कार्यवाही हुई। जबकि प्रशासनिक सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुई है उसके मुताबिक सुधीर कुमार सर्किट हाउस में रुक नहीं था बल्कि अधिकारी उसका वहां इंतजार कर रहे थे जहां उसकी जांच करके उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करी जा सके।