सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल : बीमारियों का प्रकोप, बेहोशी में जवाबदार
मंडला| जिले में बरसात का मौसम जारी है और बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बरसात के समय में लोग कई तरह से बीमार हो रहे हैं। सरकारी स्वास्थ्य अमला बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए सफल नहीं हो पाया है।
बताया तो यह भी जा रहा है कि सरकारी स्वास्थ्य अमला पर्याप्त नहीं है। कहीं डाक्टरों की कमी तो कहीं कोई समस्या स्वास्थ्य सेवाओं को सही तरीके से संचालित करने में कामयाब नहीं हो पा रही है। बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के मंडला जिले के ठरका सहित अन्य ग्रामों में बीमारी से परेशान हुए हैं। डायरिया, डेंगू, मलेरिया का खतरा बना हुआ है। चर्चा तो यह है कि सात माह में मलेरिया के 18 केस मिले हैं। इस तरह से बीमारी बारिश के इस मौसम में विकराल रूप धारण कर सकती है इस बात को दृष्टिगत रखते हुए शासन प्रशासन द्वारा परिणामकारी प्रयास नहीं किये जा र हें। सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के अलावा निजी डिस्पेंसरियों में लोगों की भीड़ ज्यादा दिखाई दे रही है।
झोलाछाप डॉक्टर गांव गांव में मरीजों का इलाज करके लूट खसोट कर रहे हैं। सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था किसी तरह से चरमरा गई जिसे ठीक करने के लिए ध्यान नही दिया जा रहा है। इसी का फायदा उठाकर इलाज के नाम पर अनाप शनाप पैसा वसूल रहे हैं। जनापेक्षा है सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था सही की जावे।