समर्थन मूल्य पर धान खरीद मौसम साफ, खरीदी की रफ्तार सुस्त

जबलपुर यश भारत। दो दिनों तक बारिश की झमाझम के बाद मौसम साफ होने लगा है । लेकिन धान खरीदी अभी भी बंद पड़ी हुई है। नाम मात्र के उपार्जन को छोड़ दें तो सभी केंद्रों पर काम पूरी तरह से बंद है। जिसके चलते किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए अभी और लंबा इंतजार करना पड़ेगा। वहीं अधिकारियों का पूरा ध्यान परिवहन की ओर केंद्रित है।
15 दिन शेष
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चल रही खरीदी के समाप्त होने में मात्र 15 दिनों का समय बचा है ।वही खरीदी के आंकड़े खुद ब खुद बयां करते हैं कि यह कितनी रफ्तार से चल रही है। सरकारी आंकड़ों की माने तो इस वर्ष का उपार्जन लक्ष्य 4 लाख 80 हजार मैट्रिक टन रखा गया है जिसमें से अभी तक 225422 मेट्रिक टन की ही खरीदी हो पाई है। यदि हम किसानों की संख्या की बात करें तो इस वर्ष अपनी उपज बेचने के लिए सरकारी पोर्टल पर 51946 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है जिसमें से अभी तक मात्र 19533 किसान ही अपनी उपज सरकारी केंद्रों में बेच पाए हैं । जो उपार्जन की धीमी रफ्तार को इंगित करता है।
स्टाक पर्याप्त फिर भी कमी
जिले में जिस भी केंद्र पर जाओ वहां किसान बारदाने की समस्या से अवगत कराते हैं । लेकिन वास्तविकता में जिले में बारदाने का पर्याप्त स्टाक मौजूद है जो धान उपार्जन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए पर्याप्त है । उसके बाद भी यह समझ के परे है कि खरीदी केंद्रों में बारदाने की कमी क्यों बनी हुई है। इसको लेकर अधिकारी व समिति प्रबंधक स्पष्ट जानकारी नहीं दे पा रहे हैं।
फैक्ट फाइल
जिले में पंजीयत किसान 51912
उपार्जन केंद्रों की संख्या 111
अनुमानित खरीदी मात्रा 480000 मेट्रिक टन
धान खरीदी की मात्रा 225422 मेट्रिक टन
उपार्जित किए गए किसान 19533
भुगतान योग्य राशि 45 करोड़ 73 लाख
भुगतान की हुई राशि 31 करोड़ 52 लाख
वर्जन
बरसात के कारण उपार्जन के कार्य को थोड़ा धीमा किया गया है। हमारा पूरा ध्यान उपार्जित की गई धान के परिवहन पर है। मौसम के साफ होते ही पूरी गति के साथ उपार्जन कार्य किया जाएगा।
नुजहत बकाई, फूड कंट्रोलर