
शनिवार को श्रीनगर के कई इलाकों में धमाकों की आवाजें सुनी गईं, जिससे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है. शहर के प्रमुख पर्यटन स्थल डल झील में एक संदिग्ध वस्तु गिरने की आशंका जताई गई है, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने तुरंत इलाके को घेर लिया. अधिकारियों ने पुष्टि की है कि झील से एक ‘मिसाइल जैसी वस्तु’ का मलबा बरामद हुआ है.
एक अन्य घटना में, शहर के बाहरी इलाके लासजान में भी एक अज्ञात वस्तु मिली है, जिसे सुरक्षा एजेंसियों ने अपने नियंत्रण में ले लिया है. आशंका है कि श्रीनगर के अन्य इलाकों में भी ऐसी वस्तुएं पाई जा सकती हैं.
सीमावर्ती क्षेत्रों में गोलाबारी, नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने का आरोप
इसी बीच, जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों राजौरी, पुंछ, उरी और तंगधार सहित उत्तरी कश्मीर के कुछ हिस्सों में नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया गया. कर्नल सोफिया कुरैशी ने एक प्रेस वार्ता में पाकिस्तान पर श्रीनगर, अवंतीपुर और उधमपुर में वायु सेना के ठिकानों के पास अस्पतालों और स्कूल परिसरों सहित नागरिक क्षेत्रों को लक्षित करने का आरोप लगाया.
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, उधमपुर, राजौरी और पुंछ जिलों में संपत्ति के नुकसान की पुष्टि हुई है. कई शहरों में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है और नागरिक सुरक्षा सायरन बज रहे हैं. श्रीनगर, जम्मू, पुंछ, बारामुल्ला और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास के निवासियों ने शनिवार सुबह बार-बार विस्फोटों की आवाजें सुनीं.
मुख्यमंत्री ने जताया दुख, पाकिस्तान को IMF पैकेज की निंदा
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राजौरी में सीमा पार गोलाबारी में एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने मौजूदा तनाव के बीच पाकिस्तान को 1 बिलियन डॉलर का पैकेज देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की कड़ी आलोचना की है.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि उन्हें नहीं पता कि ‘अंतर्राष्ट्रीय समुदाय’ कैसे सोचता है कि उपमहाद्वीप में मौजूदा तनाव कम होगा, जब IMF अनिवार्य रूप से पाकिस्तान को पुंछ, राजौरी, उरी, तंगधार और कई अन्य स्थानों को तबाह करने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे सभी हथियारों की भरपाई करेगा.