जबलपुर, यशभारत। नगर में व्यापारी की गोली मारकर हत्या और सोना लूटने के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी ने सोमवार को पुलिस थाने में इस मामले का सिलसिलेवार पर्दाफाश किया।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण जितेंद्रसिंह पवार व शहर डा. नीरज चौरसिया के मार्गदर्शन में अलग-अलग छह पुलिस टीमों का गठन किया था। मुखबीर से सूचना मिली कि फुटेज में दिख रहे व्यक्ति घटना दिनांक को नगर में दिखाई दिए थे। उक्त सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए 44 वर्षीय आलीम पुत्र हबीब पटेल, 30 वर्षीय जाहीद पुत्र मंसूर खान, 22 वर्षीय सद्दाम पुत्र अकबर शाह, 21 वर्षीय जिगर पुत्र सलीम शेख व 31 वर्षीय कादिर पुत्र इसरार शेख को पुलिस अभिरक्षा में लेकर मनोवैज्ञानिक तरिके से पूछताछ की गई। उन्होंने अपराध में संलिप्त होना स्वीकार किया। घटना का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक सुनार की दुकान के पास वाली दुकान पर काम करने वाले बंगाली कारीगर द्वारा ही आलीम पटेल को टीप दी गई कि स्वर्ण कारीगर व कारोबारी इबादुल्लाहक उर्फ बुलबुल के पास काफी मात्रा में सोना (स्वर्ण) रहता है। जिसे वह रोजाना रात्रि में अकेले ही अपनी स्कूटी से घर पर ले जाता है। जिसे लूटकर काफी धन कमाया जा सकता है।
आरोपितों को दिए थे अलग-अलग काम
इसके बाद आलीम पटेल ने योजनाबद्ध तरीके से कादिर, जाहीद, सद्दाम व जिगर को घटना को अंजाम देने के लिए गैंग में शामिल किया। सभी को रेकी करने, हथियार लाने व आने-जाने के रास्तो पर ध्यान रखने जेसे अलग-अलग काम सौंपे। नियत दिनांक 12 दिसंबर को गैंग के सभी सदस्य प्लान के अनुसार अपने-अपने काम पर लग गए। सुनार पर हमला कर लूटने के लिए आलिम पटेल ने पूर्व के अपने जेल के साथी को बुलाया। जिसके द्वारा मौका मिलते ही प्लान के अनुसार सुनार पर गोली चलाई व सोने के आभूषण वाला बैग लेकर भाग गया। सुनार को गोली मारने वाले मुख्य आरोपित व उसके साथी के संबंध में और भी जानकारी दी गई। जिनकी तलाश पुलिस द्वारा लगातार की जा रही है। टीप देने वाले सुनार को भी पुलिस खोज रही है। आरोपितों के पास से पुलिस ने मोटरसाइकल और मोबाइल बरामद किए हैं। पुलिस टीम में एसडीओपी विनोद दीक्षित, निरीक्षक एमआर रोमड़े, वरुण तिवारी, प्रकाश वास्कले, जगदीश गोयल, सौरभ बाथम, उपनिरीक्षक प्रवीण आर्य, सुदर्शन कुमार, दीपक यादव, रायसिंह गुंडिया, उमेश करोड़े, चेनसिंह सोलंकी, रामजीलाल डुडवे आदि शामिल थे।
यह था घटनाक्रम
12 दिसंबर को आजाद मार्ग सुभाष चौक पर स्वर्ण कारोबारी इबादुल्लाहक की दो बाइक सवार व्यक्तियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। कारोबारी की गाड़ी पर रखे जेवर से भरे बैग को लेकर बाइक सवार भाग गए थे। इस घटना में मृतक के भाई ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। डीआईजी तिलकसिंह, पुलिस अधीक्षक ने अमले के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया था। भौतिक साक्ष्य संकलन और रास्तो पर लगे सीसी टीवी कैमरों की फुटेज की मदद ली गई। पुराने लूट व हत्या के आरोपितों की तलाश व पूछताछ कर धडपकड़ की गई। इसके बाद पुलिस को यह सफलता मिली है। आरोपितों पकड़ने की मांग के लिए व्यापारियों ने रैली निकाली थी। व्यापारियों ने आरोपितों के पकड़े जाने पर 51 हजार रुपये पुरस्कार की घोषणा भी की थी। जबकि समाजसेवी मुश्ताक मलिक ने भी 51 हजार रुपये ईनाम देने की घोषणा की थी। पुलिस ने भी 20 हजार रुपये ईनाम रखा था।