विशेषज्ञों के मार्गदर्शन से मिली विद्यार्थियों के सपनों को उड़ान
आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश की अवधारणा के साथ विद्यार्थियों के लिए कैरियर गाइडेंस कार्यक्रम मानस भवन में आयोजित


जबलपुर,यशभारत। कार्यक्रम एक अवसर अनेक, विद्यार्थियों के लिए प्रतिस्पर्धा के इस दौर में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी किस तरह की जाए जिसमें वे सफल हो सके जिसमें विद्यार्थी मिलने वाले अवसरों को भुनाने में सफल हो सके ,इन्हीं सब उद्देश्यों को लेकर उनका मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश शासन द्वारा आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश कार्यक्रम का आयोजन मानस भवन प्रेक्षागृह में किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कलेक्टर कर्मवीर शर्मा थे। इन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन से की। तत्पश्चात विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन कार्यक्रम की शुरुआत हुई। जिसमें विद्यार्थियों को प्रतिस्पर्धा में की जाने वाली तैयारियों को लेकर यहां पर विषय विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन दिया गया। कार्यक्रम में शहर कि वे संस्थाएं जो बच्चों को कॉन्पिटिटिव एग्जाम के लिए तैयारियां करने में मदद प्रदान करती हैं उन संस्थाओं के विशेषज्ञों द्वारा कॉन्पिटिटिव एग्जाम की सिलसिलेवार तैयारियों को लेकर व्याख्यान दिया गया। विशेषज्ञों द्वारा न केवल कॉन्पिटिटिव एग्जाम की तैयारियों को लेकर चर्चा की बल्कि छात्र व छात्राओं के सामने आने वाली दुश्वारियों को लेकर भी उन्हें सलाह दी गई। इसके साथ ही कई विद्यार्थियों ने विशेषज्ञों से तैयारियों के दौरान हो रही परेशानियों के बारे में चर्चा करते हुए उसका समाधान जाना। कार्यक्रम में जिला शिक्षा विभाग द्वारा सातों विकासखंड के उत्कृष्ट विद्यालय के बच्चे उपस्थित थे, इसके साथ ही नवोदय विद्याल, महारानी लक्ष्मी बाई कन्या शाला की छात्राओं ने भी भाग लिया ।
बच्चों के भविष्य के लिए लाभदायक कार्यक्रम
कैरियर गाइडेंस का यह कार्यक्रम बच्चों के भविष्य के लिए लाभदायक साबित होगा। जिसके अंतर्गत विशेषज्ञों द्वारा विद्यार्थियों को बताया गया कि वे आगे चलकर क्या क्या कर सकते हैं और कौन-कौन सी फील्ड में जा सकते हैं। जिसके लिए उन्हें टीचिंग मटेरियल और आवश्यक सपोर्ट कहां से और कैसे मिल सकता है इसकी जानकारी मिली। जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी का कहना है कि वे बच्चे जो 12वीं कक्षा में हैं और जिन्होंने 12वीं कक्षा पास कर ली है उनके सामने प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर चुनौती सामने आती है, ऐसे में इन चुनौतियों से निपटने में सक्षम हो तथा सही निर्णय कर सके, इसके लिए यह कार्यक्रम अति महत्वपूर्ण है।