लाइट ट्रिपिंग की समस्या बनी चुनौती: शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक विद्युत सप्लाई हो रही बाधित

जबलपुर यश भारत| वारिस आते ही बिजली की आंख मिचौली कोई नई बात नहीं है। हर साल मेंटेनेंस होने के बावजूद मानसून में बिजली सिस्टम थोड़ी सी वर्ष होते ही फेल हो जाता है। लेकिन जब वर्षा सामान्य हो तब भी बिजली रूलाए तो क्या कहेंगे। हाल ही के दिनों में औसत 37 बार बिजली की सप्लाई बाधित हुई है। ऐसे पूरे शहर में तो नहीं हुआ है लेकिन कुछ इलाकों में जरूर बिजली उपभोक्ताओं के लिए सिरदर्द बनी रही। जिसके चलते हल्की बारिश होने के बावजूद भी करीब 1126 बार लाइनों में ट्रिपिंग की वजह से सप्लाई बाधित हुई है। सबसे ज्यादा बुरे हालात नगर संभाग उत्तर जिसमें रांझी,आधारताल, महाजपुर, अमखेरा प्रमुख रूप से है। वहीं नगर संभाग दक्षिण इसमें गढ़ा, पुरवा, मेडिकल, बिलेहरी, तिलेहरी, डुमना का इलाका शामिल है। इन दोनों ही संभागों में सबसे ज्यादा बिजली की ट्रिपिंग हुई है। तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में आए दिन ट्रिपिंग की समस्या रहती है|
हाल ही में बिजली अफसरों ने ट्रिपिंग की तादात को देखते हुए दफ्तर से अधीक्षण अभियंता से लेकर कार्यपालन यंत्री ,सहायक यंत्री, कनिष्ठ यंत्री तक को मैदान में दौड़ाया। लाइनों का निरीक्षण किया जहां डैमेज लाइन थी, जम्फर या दूसरी तकनीकी समस्या बनी उन्हें सुधार किया। इसके बावजूद बिजली ट्रिपिंग में कोई कमी नहीं नजर आई।
अधीक्षण यंत्री शहर संजय अरोरा ने बताया कि बिजली की ट्रिपिंग को रोकने के लिए कई जरूरी कदम उठाए गए है। वर्षा की वजह से जरूर कुछ जगह यह समस्या रही लेकिन पिछले माह की तुलना में यह कम हुई है जहां अधिक ट्रिपिंग आ रही है वहां जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं। शहर के 72 फीडर में 1126 ट्रिपिंग आई थी। जिसमें जबलपुर उत्तर संभाग में 30 फीडर में 526 बार ट्रिपिंग आई है जबकि जबलपुर दक्षिण संभाग के 21 फीडर में 342 ट्रिपिंग आई थी। वहीं जबलपुर पश्चिम संभाग में पांच फीडर में 60 ट्रिपिंग आई है विजय नगर के 8 फीडर में 104 ट्रिपिंग आई है।