जबलपुरमध्य प्रदेश

रतनजोत के बीज खाने से बीमार हुए बच्चों के हालचाल जानने पहुंचा प्रशासनिक अमला :  मंडला, नारायणगंज की टीम पहुंची भानपुर, बच्चों के लिए सेम्पल, पीडि़त सभी बच्चे हैं स्वस्थ, स्वास्थ्य टीम ने दी समझाईश

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मंडला/नारायणगंज l आंगनबाड़ी व स्कूल गए बच्चे जब घर लौटे तो एक एक कर बीमार पडऩे लगे। उल्टी, कंपकपी व अन्य शिकायत के बाद अभिभावकों ने बच्चों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया। बीमारी का कारण बच्चों से पूछा गया तो स्कूल और आंगनवाडी के पास लगे रतनजोत के बीज खाना बताया।

 

बच्चों की हालत को देखते हुए तत्काल बच्चों के परिजनों ने नारायणगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बच्चों को लाकर भर्ती किया। चार से पांच बजे के करीब 10 बच्चें उल्टी की शिकायत लेकर पहुंचे। इसके बाद एक-एक कर बच्चों की लाईन लगना शुरू हो गई। बताया गया कि रात्रि तक 20 बच्चें अस्पताल उपचार के लिए पहुंच गए। बच्चों की खबर लगते ही स्थानीय प्रशासन का अमला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एकत्र हो गया। जहां पदस्थ सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल और मेडिकल ऑफिसर डॉ. देशबंधु उइके ने बच्चों का उपचार शुरू किया। जिसके बाद रात्रि में ही बच्चों की हालत में सुधार होने लगा। बच्चों को पूर्ण स्वस्थ्य करने के लिए चिकित्सक ने सभी बच्चों को पूरी रात अपनी निगरानी में रखा। बुधवार सुबह तक सभी बच्चे स्वस्थ हो गए और उन्हें अस्पताल से सकुशल ग्राम भानपुर पहुंचाया गया।

जानकारी अनुसार ब्लाक नारायणगंज के ग्राम भानपुर में 20 बच्चों ने रतनजोत के बीज का अज्ञानतावस सेवन कर लिया था। जिसके बाद उन्हें उल्टी दस्त होना शुरू हो गया। सभी 20 बच्चों को 108 एंबुलेंस द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणगंज में भर्ती कराया गया। सूचना मिलते ही सीएमएचओ डॉ. के सी सरोते समेत नारायणगंज का स्थानीय प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया। रात्रि भर चिकित्सकों की निगरानी में बच्चों को रखने के बाद बुधवार सुबह सभी बच्चों को छुट्टी दे दी गई। बुधवार को 11 बजे नारायणगंज सीईओ गौरी शंकर डहेरिया, तहसीलदार नारायणगंज रैना तामिया ग्राम भानपुर पहुंचे। जहां ग्रामीणों और बच्चों से मुलाकात करते हुए स्कूल और आंगनवाडी के पास लगे रतनजोत के पेड़ो को काटने के निर्देश दिए। निर्देश के पालन में तत्काल रतनजोत को अलग करना शुरू कर दिया गया।

सेम्पल लेने पहुंची मंडला, नारायणगंज की टीम 

रतनजोत बीज खाने से बीमार हुए बच्चों का फालोअप लेने मंडला से स्वास्थ्य विभाग और खाद्य विभाग की टीम नारायणगंज पहुंची। जहां नारायणगंज स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी सीबीएमओ डॉ. अमृत लाल कोल से मुलाकात करते हुए बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। इसके बाद मंडला से आए जिला एपिडेमियोलॉजीस्ट आरपी वर्मा और खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रीमति वंदना थागले नारायणगंज स्टाफ बीईई विजय मरावी, लैब टेक्निशियन कैलाश सोनी के साथ ग्राम भानपुर पहुंचे। जहां एएनएम श्रीमती रामप्यारी उइके, दीनू पडवार आशा कार्यकर्ता द्वारा ग्राम भानपुर का भ्रमण कराया। पीडि़त बच्चों से मुलाकात कर पीडि़त बच्चों के सेम्पल लिये गए। जिन्हें जबलपुर जांच के लिए भेजा गया।

बच्चों से हुए रूबरू 

नारायणगंज के ग्राम भानपुर में 20 बच्चों ने अज्ञानतावश रतनजोत के बीज का सेवन कर लिए थे, जिसके कारण बच्चों को उल्टी, दस्त की शिकायत होने लगी। जिन्हे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणगंज में भर्ती कराया गया। पूरी रात नारायणगंज चिकित्सकों की निगरानी में सभी 20 बच्चे रहे। बुधवार सुबह सभी बच्चों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई। सभी बच्चे घर पहुंचने के बाद आंगनबाड़ी और स्कूल पहुंचे। इसी दौरान मंडला से जिला एपिडेमियोलॉजीस्ट आरपी वर्मा और खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रीमति वंदना थागले ग्राम भानपुर पहुंचे। जहां उन्होंने रतनजोत बीज का सेवन करने वाले बच्चों और उनके अभिभावकों से मुलाकात की। बच्चों का हालचाल पूछा और समझाईश दी। बच्चों को समझाते हुए कहां कि स्कूल में बना भोजन करें, अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे। खाना खाने पहले हाथों को अच्छे से धोए, साफ पानी का सेवन करने की समझाईश दी।

नारायणगंज सीईओ ने दिए सख्त निर्देश 

ग्राम भानपुर के आंगनबाड़ी और प्राथमिक शाला के बच्चे मंगलवार को जहरीले बीज खाने से बीमार हो गए थे। फिलहाल सभी बच्चे स्वस्थ है। इस घटना से सचेत होकर नारायणगंज जनपद पंचायत सीईओ गौरी शंकर डहेरिया ने नारायणगंज के सभी प्राचार्य, प्राथमिक शाला और आश्रम के सभी शिक्षकों की बैठक जनपद सभा कक्ष में आयोजित की। बैठक में सभी को सख्त निर्देश दिए कि स्कूल एवं आंगनबाड़ी के आसपास जहरीले फलदार वृक्ष को तत्काल हटाया जाए एवं मध्यान्ह भोजन का सैंपल एक टिफिन के डिब्बे में रखा जाए। इस घटना से सभी को सीख लेना चाहिए कि दोबारा ऐसी घटना का पुर्नावत्ती ना हो। इसके साथ ही परियोजना अधिकारी संजय मोहरे द्वारा पत्र जारी करते हुए कहां कि शीघ्र ही अपने आंगनबाड़ी के आसपास लगे रामफूल, रतनजोत समेत ऐसे पौधों को हटाए जो हानिकारक हो। ग्राम भानुपर के आंगनवाडी और प्राथमिक शाला के आसपास लगे जहरीले पौधों को तत्काल हटाया गया। इसके साथ ही बच्चों की अपार आईडी बनाने के लिए निर्देश दिए गए।

 

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