ये.. है… जबलपुर का नगर निगम: सड़क टेण्डर प्रक्रिया में गड़बड़ी, कर्नाटक का ठेकेदार बनाएगा जबलपुर की सड़कें
8 करोड़ में तैयार होंगी शहर की 8 सड़कें
जबलुपर, यशभारत। नगर निगम जबलपुर में सड़क टेण्डर प्रक्रिया में गड़बड़ी सामने आई है। एक ऐसे ठेकेदार को सड़कें बनाने का जिम्मा सौंपा गया है जिसको शहर की जानकारी ही नहीं है। नगर निगम ने कर्नाटक के ठेकेदार को शहर की 8 सड़कें बनाने के लिए 8 करोड़ का ठेका दिया है। इसको लेकर विवाद शुरू हो गया है। इस प्रक्रिया में हिस्सा लेने वाले ठेकेदार चंद्रकांत सोनकर ने नगर निगम अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
ठेकेदार चंद्रकांत सोनकर ने आरोप लगाते हुए बताया कि नगर निगम अधिकारियों ने सड़क ठेकेे में भ्रष्टाचार किया है। कर्नाटक की एक ठेका कंपनी को सड़क बनाने की जिम्मेदारी दी गई जबकि इस प्रक्रिया में शहर के सरकारी ठेका कंपनी ने हिस्सा लिया था। जानकर हैरानी होगी कि सरकारी ठेका कंपनी इस प्रक्रिया क्यों दूर कर दिया गया इसकी जानकारी तक नहीं पहुंचाई। शहर में 8 सड़कें 8 करोड़ से बननी है जिसमें अच्छा खासा पैसा ठेकेदार को बचेगा जिसका कमीशन नगर निगम के अधिकारियों के जेब में आएगा।
कोई खामी नहीं फिर भी निरस्त कर दिया ठेका
ठेकेदार चंद्रकांत सोनकर का आरोप है कि टेण्डर प्रक्रिया की सारी शर्ते पूरी करने के बाद भी नगर निगम द्वारा टेण्डर निरस्त कर दिया है। अधिकारियों से जब पूछा गया तो उन्होंने तकनीकी खामियों का जिक्र करते हुए मामले से पल्ला झाड़ लिया।
अक्टूबर में निविदा आमंत्रित की गई थी
शहर की 8 सड़कों को बनाने के लिए नगर निगम द्वारा अक्टूबर में ऑनलाइन निविदा आमंत्रित की थी। जिसमें चंद्रकांत सोनकर, श्याम कंस्ट्रक्शन और तराड़े बदर्श कर्टनाक की कंपनी ने निविदाएं डाली थीं। इस प्रक्रिया से तकनीकी खामी बताकर चंद्रकांत सोनकर, श्याम कंस्ट्रक्शन को अलग कर दिया जबकि कर्नाटक के ठेकेदार को ठेका दे दिया गया।
ऑनलाइन हुआ ठेका, गड़बड़ी का सवाल नहीं
नगर निगम भवन अधिकारी राजेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि सड़क टेण्डर प्रक्रिया में नगर निगम ने किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई क्योंकि पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है इसलिए गड़बड़ी होने का सवाल ही नहीं उठता है। ठेका कंपनी के दस्तावेज नहीं होने पर आवेदन निरस्त किए गए हैं जबकि जिस ठेकेदार के दस्तावेज पूरे थे उनके नाम का टेण्डर खोला गया है।