ये हमारा जबलपुर है जिसे महानगर बनना है: स्मार्ट सिटी नहीं, जल प्लावन से मुक्ति दिला दें नेता-अफसर
-बस्तियों में भरा पानी, लोगों ने कहा रात में सोए नहीं, सुबह से पानी खाली कर रहे

– महापौर, कलेक्टर गिरते हुए पानी में जलप्लावन वाले क्षेत्रों में पहुंचे
आफत की धुआंधार बारिश,कई मार्गबंद, शहर की सड़कें बनी तालाब,घरों में घुसा पानी

जबलपुर, यशभारत। शनिवार रात से जारी हुई बारिश रविवार की दोपहर तक चलती रही है। जलप्लावन से निपटने की सारी व्यवस्थाएं एक बार फिर बेकार साबित हुई हैं। आफत की बारिश से निचली बस्तियों के घरों में पानी भर गया, लोग रात भर सोए नहीं तो सुबह से लेकर दोपहर तक पानी को निकालते रहे। भारी बारिश से लोगों की आह.. निकल आई। जिन-जिन कॉलोनियों में पानी भरा है वहां के लोगों का कहना था कि साहब-नेताओं से यही मांग है कि स्मार्ट सिटी नहीं सिर्फ जल प्लावन से मुक्ति चाहिए।
मालूम हो कि बंगाल की खाड़ी में बने नए सिस्टम के कारण एक बार फिर वर्षा का दौर शुरू हो गया है। शनिवार की रात और रविवार की सुबह से ही धुआंधार वर्षा हो रही है। रुक-रुक कर हो रही बारिश का सिलसिला बीते कुछ दिनों से ही बना हुआ था। जो आज सुबह से भारी बारिश में तब्दील हो गया। सुबह साढ़े आठ बजे से समाचार लिखे जाने तक जारी है और करीब दो इंच बारिश हो चुकी है। बारिश के चलते मौसम खुशनुमा तो हो गया पर जोरदार बरसात ने नगर निगम की पोल खोल कर रख दी। सड़कों में जहां-तहां पानी भरने से लोग परेशान हो गए। शहर के कई स्थानों में तो जल प्लावन की स्थिति तक बन गई।
तेज बारिश के बीच भी महापौर ने शहर के अनेक क्षेत्रों का दौरा
कछपुरा सम्भाग के अंतर्गत आने वाले शिव नगर और आसपास के क्षेत्रों में पहुंचकर महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने लिया जल निकासी की व्यवस्थाओं का जायज़ा। स्वास्थ्य विभाग एवं अतिक्रमण विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर जल निकासी को सुगम बनाने के दिए निर्देश देते हुए कहा कि जल प्लावन की शिकायत आते ही तत्काल मौके पर पहुंचकर नागरिकों को राहत दिलाए नगर निगम का अमला।
महापौर-कलेक्टर दिखें सक्रिय, निगम के अफसरों की खानापूर्ति
आफत की बारिश में लोगों को परेशानी न हो इसके लिए महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, कलेक्टर डॉक्टर इलैयाराजा टी उन स्थानों पर पहुंचे जहां पर जलप्लावन की शिकायतें मिली थी। कलेक्टर-महापौर अधारताल और शिवनगर के क्षेत्रों में पहुंचे वहां पानी निकासी के लिए तत्काल व्यवस्था की गई। इधर नगर निगम के अधिकारी जलप्लावन को लेकर खानापूर्ति करते नजर आए।
ग्वारीघाट में दुकानें डूबी, एसपी ऑफिस में भरा पानी
सुबह-सुबह हुई बारिश से सबसे ज्यादा असर ग्वारीघाट क्षेत्र में देखने को मिला है। यहां की दुकानें पूरी तरह से डूब गई यहां निवासरत लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर कहीं और चले गए हैं। एसपी ऑफिस में भी पानी भर गया।
इन कॉलोनियों में भरा पानी
चेरीताल, जानकी नगर, , दीक्षिपुरा से चेरीताल मार्ग, दमोहनाका से बल्देवबाग, सिविक सेंटर,गुप्तेश्वर,नेपियर टाउन,राइट टाउन सहित विजय नगर, दीनदयाल चौक, जानकी नगर, वसुंधरा कालौनी संगम कालोनी,सरस्वती कालौनी, मिलौनी गंज नरघईया,अंधेरदेव, तुलाराम चौक अग्रवाल कालोनी, गढ़ा धनवंतरी नगर सतेत कई निचले स्थानों में पानी भर गया जिसके कारण आम जनता परेशान होती नजर आई। शहर की सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं।
बारिश के समय ऐसी ही स्थिति बनती है
इतना ही नही कुछ लोगो की गाडिय़ां तक पानी भरने से खराब हो गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि जबलपुर शहर के अधिकतर इलाकों में बारिश के समय इसी तरह की स्थिति बनती है। बावजूद इसके नगर निगम इस और कभी ध्यान नहीं देता है। जबलपुर सहित संभाग के आस-पास में जिलों में हो रही वर्षा से वातावरण में भी ठंडक घुल गई है। मौसम विभाग के रिकार्ड में बीते 24 घंटे में जहा 30.2 मिलीमीटर बारिश हुई थी वहीं आज सुबह से समाचार लिखे जाने तक अनुमान के मुताबिक दो इंच के करीब बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पूर्वान्ह साढ़े 11 बजे तक 29 मिली मीटर यानी 1.14 मिली मीटर बारिश हुई थी। मानसून सीजन में अब तक 885 .8.मिलीमीटर यानी 34.8इंच वर्षा हो चुकी है।