मौसम की मार : गर्मी एवं उमस से हाल बेहाल, दिन में पारा 40 डिग्री के पार
मंडला, यश भारतlगर्मी का असर अब हर ओर दिखाई दे रहा है। तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया है। तेज गर्मी, उमस के कारण लोग बाहर कम ही निकल रहे है। जिससे इस झुलसाने वाली गर्मी से लोगों को राहत है। लेकिन जैसे जैसे तापमान बढ़ेगा लोगों की आफत बढना शुरू हो जाएगी। सड़के सूनी दिखाई देने लगेगी। लोग कूलर, पंखों और एसी का सहारा लेते नजर आएंगे।
आगामी दिनों में सूर्य की और तेज तपन का सामना करना पड़ेगा। रोजाना तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है। सूरज की तपन के कारण पारा 40 डिग्री पार पहुंच चुका है। बढ़ी गर्मी से लोग अब बेचैन होने लगे हैं। सुबह 9 बजे ही सूर्य की तेज किरणें अब चुभने लगी हैं। रात में मौसम में थोड़ी नमी रहती है और अलसुबह तक हल्की ठंड का एहसास भी हो रहा है, पर सुबह सूर्य निकलते ही वातावरण में गर्माहट आने लगती है। दोपहर में प्रखर तीव्रता और उमस के कारण लोग घर के अंदर भी बेहाल हो रहे हैं। बताया गया कि बाहर से आने वाले प्रवासी अपने गतंव्य जाने जिले में प्रवेश कर रहे है। ऐसे में इस गर्मी में अपनी प्यास बुझाने नपा द्वारा लगाए गए वाटर कूलर के पास पहुंच रहे है। नगर में लगे अधिकत्तर वाटर कूलर में ठंडा पानी नहीं आ रहा है। गर्मी का यह मौसम शुरुआती दौर में ही लोगों पर भारी पड़ रहा है। चैत्र माह के अंतिम पखवाड़े में सूरज की तपिश को देखकर लोग जेठ के बारे में सोचकर ही बेचैन हो रहे हैं। अभी से जब पारा 40 के पार पहुंच गया है तो आने वाले समय में सूर्य देव अपना कहर बरपाएंगे। जिससे लोगों को तेज तपन का सामना करना पड़ेगा।
कूलर, पंखे रिपयर करा रहे रिपेयर :
गर्मी से राहत पाने लोगों ने पंखे, कूलर व एसी चलाना शुरू कर दिया है। इलेक्ट्रिानिक दुकानों में लोगों की भीड़ देखी जा सकती है। लोग घरों में बंद पड़े पंखे, कूलर सुधरवाने का काम करा रहे है। इसके साथ खस की मांग भी बढ़ गई है।
तालाबों का घट रहा जलस्तर
भीषण गर्मी के चलते नदी नालों व तालाबों का जलस्तर भी तेजी से नीचे जा रहा है। अप्रैल माह खत्म होने को है और सूरज की प्रचण्ड किरणें आग उगल रही हैं तो तालाबों में बचा खुचा जल भी बड़ी तेजी से सूख रहा है। आसपास के तालाबों के जलस्तर में गिरावट नजर आई है। चाहे वह आरडी कॉलेज का सिद्धताल हो या बिनेका ग्राम के तालाब हों या खैरी के तालाब हों। सभी तालाबों में पानी बहुत तेजी से घट रहा है। गर्मी से आम आदमियों के साथ-साथ पशु-पक्षी भी परेशान हैं। यही वजह है कि तालाबों का पानी भी बहुत तेजी से कम हो रहा है। ऐसा नहीं है कि यह नजारा केवल जिला मुख्यालय के आसपास के तालाबों का ही है, जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में तालाबों का जलस्तर बड़ी तेजी से गिर रहा है।