मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी में गायब मार्कशीट मामलाः एफआईआर भी जमा नहीं करा पाई उपकुलसचिव से 900 गायब मार्कशीट
दो माह पहले गढ़ा थाने में दर्ज कराई गई थी रिपोर्ट, पुलिस जांच भी ठंडे बस्ते में

जबलपुर, यशभारत। मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी मंे गायब मार्कशीट मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद भी मार्कशीट अभी तक मेडिकल प्रबंधन को नहीं मिली है। जबकि एफआईआर दो माह पहले की गई थी। इस मामले में गढ़ा पुलिस की जांच भी ठंडे बस्ते में चल रही है।
गौरतलब है कि 12 सितंबर को प्रभारी कुलपति बी चंद्रशेखर ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर के निर्देश दिए थे, उप कुलसचिव को अपना पक्ष रखने लगातार मौका भी दिया गया। बीते दिनों की कुलपति के संज्ञान में जब दोबारा यह बात आई तो उन्होंने नाराजगी जाहिर की इसके बाद रजिस्ट्रार द्वारा एफआईआर के लिए गढ़ा थाने में पत्र दिया गया, बताया जा रहा है कि मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी में यह पहला मौका है जब किसी अधिकारी के खिलाफ प्रशासन द्वारा पुलिस में आवेदन दिया गया हो।
2300 मार्कशीट हस्ताक्षर के लिए दी थी
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी में पदस्थ उप कुलसचिव पूजा शर्मा को करीब 2300 मार्कशीट हस्ताक्षर के लिए दी गई थी। जिसमें से की उन्होंने 900 से ज्यादा अंकसूची हस्ताक्षर कर वापस नहीं लौटाई है। इसको लेकर प्रबंधन ने पूजा शर्मा को नोटिस भी जारी किया पर उन्होंने किसी भी तरह की अंकसूची को लेकर जानकारी उपलब्ध नहीं कराई, जिसके बाद कुलसचिव ने गढ़ा थाने में अंक सूचियों को लेकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई थी।
लगातार नोटिस जारी किये गए
कुलसचिव ने सहायक कुलसचिव पूजा शर्मा को अंक सूची जमा करने एवं उसके संबंध में जानकारी प्रदान करने को लेकर लगातार नोटिस जारी किए गए और 3 दिन में जवाब देने के लिए भी कहा गया था। इसके बाद भी उप कुलसचिव के द्वारा किसी भी तरह का जवाब नहीं दिया गया। जिसके बाद कुलपति के अनुमोदन पर रजिस्ट्रार द्वारा गढ़ा थाने में एफआईआर के लिए पत्र दिया था।