मेडिकल युनिवर्सिटी में लाखों रुपए सैलरी देने के बाद भी जिम्मेदार नही कर पाए वेबसाइट अपडेट
जबलपुर यश भारत।मेडिकल युनिवर्सिटी में शासन के धन की होली खेलना आम बात है जहा लाखो रुपए महीने के सैलरी पर काम कर रहे आई टी एक्सपर्ट पिछले 10माह में कुछ खास नहीं पाए नतीजा परीक्षा परिणाम सहित अन्य व्यवस्थाएं ढप पड़ी हे छात्र लगातार परेशान हो रहे हे
एक माह होने को है मगर नए ई सी मेंबर का नाम नही किया अपडेट
विश्वविद्यालय में नए ई सी मेंबरों की न्युक्ति का आदेश जारी हुऐ लगभग 1माह बीत चुका हे मगर पूर्व ई सी मेंबर की तरह ना तो पूछ परख हे ना ही विश्वविधालय की वेवसाईड पर उनका नाम हद तो तब हुई जब एक माह होने के बाद भी आई टी एक्स्पर्ट होने के बाद भी अभी तक विश्वविद्यालय की वेवसाइड पर पुराने कुलपति के साथ पुराने मेंबर का नाम चला आ रहा हे
पूर्व में खबर छपते ही विश्वविधालय से अलग हो गए आधिकारी का नाम किया अलग
पूर्व में भी जब यश भारत मे खबर छापने के बाद विश्वविद्यालय से बाहर हुऐ डिप्टी रजिस्टार का नाम वेवसाइड से हटाया गया था
विश्वविद्यालय के एक नए नवेले डिप्टी रजिस्टार के पास एक दर्जन से ज्यादा विभाग ओर पुराने अनुभवी के पास दिखाने के 2जिसमे भी कार्य पसंद नही