मनु भाकर पर दुखों का पहाड़ टूटा, सड़क हादसे में नानी-मामा की मौत, जानें कहां-कैसे हुआ एक्सीडेंट?

मनु भाकर पर दुखों का पहाड़ टूटा, सड़क हादसे में नानी-मामा की मौत, जानें कहां-कैसे हुआ एक्सीडेंट?
ओलंपियन शूटर मनु भाकर पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। क्योंकि शूटर की नानी और मामा की सड़क हादसे में मौत हो गई है। हादसा हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में बाइपास रोड पर हुआ। दोनों स्कूटी पर सवार थे, लेकिन एक ब्रेजा कार ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी। हादसे में दोनों ने मौके पर दम तोड़ दिया।वहीं आरोपी कार ड्राइवर मौके से फरार हो गया। हादसे की जानकारी मिलते ही शहरी थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है। वहीं हादसे की जानकारी मनु भाकर के घर पहुंची तो शूटर को खेल रत्न मिलने की खुशियां मातम में बदल गईं। मनु का परिवार महेंद्रगढ़ के लिए निकल गया है।
मां को भाई के घर छोड़ने जा रहा था मृतकमिली जानकारी के अनुसार, मृतकों की पहचान युद्धवीर और उनकी मां सावित्री देवी के रूप में हुई है। इनका घर महेंद्रगढ़ में बाइपास रोड पर है। शनिवार सुबह दोनों स्कूटी पर निकले थे। युद्धवीर को मां सावित्री को लोहारू चौक पर छोटे भाई के घर ड्रॉप करना था। मां को ड्रॉप करके उन्हें ड्यूटी पर जाना था, लेकिन रास्ते में हादसे का शिकार हो गए।जब वे महेंद्रगढ़ रोड पर बने कलियाणा मोड़ पर पहुंचे तो गलत दिशा से आ रही कार ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार था कि दोनों मां-बेटा सड़क पर गिर गए। दोनों के सिर सड़क पर लगे और ज्यादा खून बहने की वजह से दोनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। स्कूटी को टक्कर मारते हुए ड्राइवर कार लेकर फरार हो गया।यह भी पढ़ें: कर्ज से परेशान शख्स ने पत्नी-बेटे को मार डाला, एक वॉयस नोट से बच गई खुद की जानमनु भाकर की नानी नेशनल मेडल विनर थीबताया जा रहा है कि मुन के मामा की उम्र की 50 साल थी और नानी की उम्र करीब 70 साल थी। मनु की नानी सावित्री भी नेशनल प्लेयर रही हैं। वे नेशनल लेवल पर कई मेडल जीत चुकी थीं। मूलरूप से दादरी के गांव कलाली निवासी युद्धवीर सिंह हरियाणा रोडवेज के दादरी डिपो में ड्राइवर थे।