मध्यरात्रि तक सड़कों पर जनसैलाब, शबाब पर पहुंचा कटनी का दुर्गोत्सव, मां के विविध स्वरूपों को अपलक निहारते रहे लोग
जगह- जगह जाम के नजारे, सजावट की होड़ में शहर बना दुल्हन, आज अंतिम दिन रहेगा रतजगा, उपनगरीय क्षेत्रों में भी भीड़ के नजारे

कटनी। शहर का दुर्गोत्सव अपने चरमोत्कर्ष पर पहुंच चुका है। कल अष्टमी को मां जगदम्बे की एक झलक पाने शाम से लेकर मध्यरात्रि तक अपार जनसमूह सड़कों पर उमड़ पड़ा। मां भवानी के विविध स्वरूपों को लोग अपलक निहारते रह गए। इस बार माता महाकाली की प्रतिमाएं अधिक स्थानों पर स्थापित की गई हैं, जबकि अन्य स्वरूपों में भी माता भक्तों पर अपनी कृपा बरसा रही हैं। दुर्गा समितियों के बीच साज – सजावट में होड़ के चलते पूरा शहर विद्युत की सतरंगी छटा में नहा चुका है। कदम -कदम पर विराजी जगत जननी के स्थापना स्थलों से रोशनी का ऐसा सिलसिला तैयार हो चुका है कि यदि इनके छूटे छोर जोड़ दिए जाएं तो अंधेरे के टुकड़े गायब हो सकते है। झंडाबाजार, सराफा और जवाहर चौक की त्रिवेणी में यह पूरा इलाका जगमगा रहा है। यहां से आजाद चौक तक के हिस्से में मामूली अंतराल पर प्रतिमाओं की स्थापना और आकर्षक सजावट से इस पूरे मार्ग पर रात में भी दिन सा उजाला नजर आ रहा है। कल रात्रि 8 बजे के बाद इस मार्ग पर इतनी भीड़ थी कि लोग एक दूसरे से टकराते हुए चल रहे थे। सुभाष चौक से मिशन चौक जाने वाले मुख्य मार्ग पर जनसमूह किसी हिमनद की तरह बह रहा था। अपने गौरव और वैभवशाली इतिहास के लिए पहचाने जाने वाले स्थापना स्थलों पर आलम यह था कि भीड़ को नियंत्रित करते करते दुर्गा समिति के लोग हलाकान हो गए। प्रमुख मार्गों पर कई बार जाम की स्थितियां निर्मित हुईं। प्रशासन और पुलिस के लोग भी अपनी ड्यूटी में मुस्तैद नजर आए। आज नवरात्र की नवमी को माता के दर्शनों को अंतिम दिन है, लिहाजा आज भी दिन ढलते ही जनसैलाब सड़कों पर नजर आएगा।






