बेटा का मर्डर होने के बाद शव के लिए भटक रहा बेबस पिता : पनागर में मिली थी बोरे में लाश, कलेक्टर से की शिकायत
पीडि़त पिता का आरोप- मुख्य आरोपी को छोड़कर पुलिस ने नौकर को किया गिरफ्तार

जबलपुर, यशभारत। पनागर के ग्राम बघोड़ा की पुलिया में बोरे में बंद लाश से जुड़े मामले में हत्या के मुख्य आरोपित के अलावा दो अन्य सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। 4 मार्च 2023 को मृतक घर से गायब हो गया था, जिसके बाद उसका शव बोरे में पाया गया। मामले का पटाक्षेप करते हुए पुलिस ने आरेापियों को तो जेल पहुंचा दिया, लेकिन अब शव के लिए मजबूर पिता दर दर की ठोकरें खा रहा है। पीडि़ता पिता ने सबसे पहले थाना पनागर और उसके बाद बरेला थाने का दरबाजा खटखटाया, लेकि न पुलिस ने शव देने में आनाकानी की। जिसके बाद अब बेबस पिता ने कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन से शिकायत कर पुलिस की पूरी कार्रवाई पर ही सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाए है कि पुलिस ने मुख्य आरोपी को बचा लिया है।
जानकारी अनुसार पनागर में युवक की बोरे में लाश मिली थी जिसकी पहचान नुनसर में रहकर मजदूरी करने वाले सुनील गोंड उर्फ सुखचैन गौड़ उम्र 34 वर्ष के रूप में हुई थी। इस हत्या पुलिस ने मृतक के जीजा सुखदेव परस्ते को गिरफ्तार कर लिया था, वहीं मामले में फरार उसके दो सहयोगी शिवराज सिंह गोंड व सूरज गोंटिया को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर वारदात में इस्तेमाल हुआ ट्रैक्टर बरामद किया था ।ज्ञात हो कि मृतक सुनील गोंड की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने उसके जीजा को गिरफ्तार किया था। उसने अपने साले की हत्या करने और लाश को बोरे में भरकर अपने दो साथियों की मदद से पुलिया के नीचे फेंकना स्वीकार्य किया था। आरोपित ने बताया कि हत्या के पूर्व उसने साले के साथ शराब पी थी। बाद में विवाद होने पर सुनील की हत्या कर दी थी। इसके बाद सुनील की शव को बोरे में भरकर बिना नंबर के ट्रैक्टर में रखकर अपने एक अन्य साथी शिवराज गोंड के साथ पुलिया के नीचे फेंक आया था।
साहब हत्यारा कोई और है…
मृतक के पिता मुन्ना लाल गौड़ निवासी रिछाई, थाना बरेला ने बताया कि वह ग्राम पंचायत में पंच के पद पर निर्वाचित है। उसके बेटे का शव पनागर में मिला था। लेकिन पुलिस ने हत्या के प्रकरण का खुलासा करते हुए प्रमुख आरोपी को छोड़ दिया और अन्य को दबोच लिया हैै। इतना ही नहीं, शव का पीएम होने के बाद भी उसके बेटे का शव देने में पुलिस आनाकानी कर रही है।
धार्मिक रीति से करना चाहता है अंतिम संस्कार
पीडि़त पिता ने बताया कि वह अपने बेटे का जीवन तो नहीं बचा पाया लेकिन अंतिम संस्कार पूरे रीति रिवाज से करना चाहता है। जिसके चलते वह थाना पनागर गया और वहां से भगाए जाने के बाद थाना बरेला भी गया। लेकिन उसके बेट का शव अभी तक नहीं मिला। जिसकी शिकायत कलेक्टर से की है। जिसके बाद कलेक्टर श्री सुमन ने उचित जांच का आश्वासन दिया है।