बारात नहीं आई तो लड़की खुद लड़के के घर पहुंची:सुबह 11 बजे से लड़के के दरवाजे पर धरने पर बैठी

दहेज की मांग पूरी नहीं हुई तो शादी के मंडप में आर्मीमैन दूल्हा रात 2 बजे तक नहीं पहुंचा। शादी टूट गई, लेकिन दुल्हन का हौसला नहीं टूटा। सोमवार को युवती लड़के के घर पहुंची और धरने पर बैठ गई। लड़के वालों ने कहा कि लड़के के सीने में दर्द हुआ था, इसलिए शादी टाल दी थी, अस्पताल में भर्ती कराया है। युवती ने कहा कि लड़का अगर भर्ती है तो मुझे उससे मिलने दो। मामला भरतपुर शहर के मथुरा गेट थाना इलाके का है।
देर रात धरने पर बैठी युवती की सुरक्षा में एक महिला कांस्टेबल और एक पुरुष कांस्टेबल तैनात है। रात 10.30 बजे के करीब कॉलोनीवासियों ने लड़की के साथ बहस करने की कोशिश की। लड़की का कहना है कि कुछ लोग शराब पीकर उपद्रव करने लगे। महिला कांस्टेबल ने हिम्मत दिखाते हुए उन्हें दूर किया। लड़की 13 घंटे से धरने पर है और अभी लड़के के घर के गेट पर जमी हुई है।
दरअसल, शहर के हाउसिंग बोर्ड इलाके की रहने वाली खुशबू की शादी प्रिंस नगर के रहने वाले आर्मीमैन कौशल से तय हुई थी। 4 मार्च की शादी थी। आरोप है कि लड़के वालों ने बारात लाने से पहले लड़की वालों से 11 लाख रुपए की डिमांड की। लड़की के पिता महेश ने पैसे देने से मना कर दिया तो लड़के वाले बारात लेकर नहीं आए। लड़की पक्ष के लोग रात 2 बजे तक बारात का इंतजार करते रहे। इसके बाद लड़की के पिता ने मथुरा गेट थाने में लड़के वालों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।
लड़के से मिलने की जिद
लड़की के पिता ने लड़के के पिता से बारात न आने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया था कि लड़का अस्पताल में भर्ती है। इसलिए वह बारात नहीं लेकर आए थे। आज लड़की लड़के के घर पहुंची और उसने यही पूछा कि लड़का एडमिट है तो उसे लड़के से मिलना है। वह उससे बिना मिले घर के सामने से नहीं हटेगी। उसे पुलिस ने काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन खुशबू अपनी जिद पर अड़ी है। युवती का धरना इसके बाद भी जारी है।
यह है पूरा मामला
खुशबू की शादी 4 मार्च को कौशल से होनी थी। शादी से पहले खुशबू के पिता ने कौशल के घर वालों को 18 लाख रुपए कैश, सोने चांदी के गहने, सारी जरूरत का सामान और एक प्लॉट दिया था। 4 मार्च को लगन और शादी के दिन लड़के के परिजनों ने 11 लाख रुपए की मांग रख दी। कहा- बारात तभी आएगी जब पैसे मिलेंगे। लड़की के पिता ने पैसे का इंतजाम होने से मना कर दिया। जिसके बाद लड़के वाले बारात लेकर नहीं पहुंचे।