बाइक सवार युवक पर तेन्दुए ने किया हमला, जान बचाने पेड़ पर चढ़ा ग्रामीण, वन विभाग ने किया रेस्क्यू

कटनी, यशभारत। जिला मुख्यालय से लगे गांवों में तेन्दुए और बाघ का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले दिनों बरही के पास बाघ द्वारा लकड़ी बीनने गई महिला का शिकार किए जाने बाद से ही लगातार इस तरह की घटनाओं में इजाफा हो रहा है। तेन्दुए और बाघ के जंगल छोडक़र ग्रामीण क्षेत्र में आने से यहां रहने वाले लोगों में दहशत व्याप्त हो गई है। बुधवार की रात विजयराघवगढ़ वन परिक्षेत्र के अंतर्गत कांटी से विजयराघवगढ़ जाने वाले मार्ग पर घात लगाकर बैठे तेन्दुआ ने मोटर साइकिल पर सवार होकर अपने घर जा रहे एक ग्रामीण पर हमला कर दिया। तेन्दुए के हमले के बाद ग्रामीण ने किसी तरह अपनी जान बचाई और पेड़ पर चढ़ गया। हल्ला मचने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तब तक तेन्दुआ वहां से चला गया। सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे और पेड़ पर चढ़े युवक का रेस्क्ूय करते हुए उसे नीचे उतारा और उससे घटना के संबंध में जानकारी ली। विदित हो कि कटनी से बड़वारा जाने वाले मार्ग पर कांटी-विजयराघवगढ़ मार्ग पर कुछ दिन पहले एक घायल तेन्दुआ का वन विभाग ने रेस्क्यू करते हुए उसे रीवा स्थित मुुकुंदपुर में शिफ्ट किया था। इस घटना के बाद से ही कांटी-विजयराघवगढ़ मार्ग पर इस तरह घटनाएं लगातार बढ़ी है। वन विभााग की टीम भी लगातार मोर्चे पर डटी हुई है और इस मार्ग पर रहने वाले गांवों के लोगों से सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
इस तरह हुई घटना
घटना के संबंध में बताया जाता है कि ग्राम बरहटा निवासी अजय सिंह राठौर रोजाना की तरह अपनी मोटर साइकिल से कटनी से अपने गांव जा रहा था। जैसे ही वह कांटी-विजयराघवगढ़ मार्ग पर आगे बढ़ा, वैसे ही घात लगाकर बैठै तेन्दुआ ने उसकी बाइक पर हमला कर दिया। तेन्दुए के हमले सेे बाइक पलट गई और उसमे सवार ग्रामीण सडक़ पर गिर गया। किसी तरह वह संभला और दौडक़र महुआ के पेड़ पर चढ़ गया। ग्रामीण ने बताया कि तेन्दुआ के साथ उसका शावक भी था और दोनों पेड़ पर चढऩे का प्रयास करने लगे, इसी दौरान दूर से एक बरहटा गांव निवासी सुशील चौधरी अपनी बाइक से आ रहा था, तेन्दुआ ने उस पर भी हमले का प्रयास लेकिन वह सफल नहीं हो सका।
मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम
बताया जाता है कि घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और रेस्क्यू करते हुए ग्रामीण को पेड़ से नीचे उतारा और उससे घटना की जानकारी ली। घटना के बाद से ही पूरे क्षेत्र और गांव में दहशत का माहौल निर्मित हो गया है। वन विभाग ने ग्रामीणों को जंगल की ओर नहीं जाने की सलाह देते हुए मुनादी पिटवाई है।