बरेला हत्याकांड : देवरानी का प्रेमी रखता था बेटी पर बुरी नजर, मृतिका और आरोपी में होते थे विवाद
जबलपुर, यशभारत। जबलपुर के बरेला में प्रेम प्रसंग के चलते हुए दोहरे मर्डर कांड के सभी आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया है। जिसको लेकर समूचे शहर में हलचल है। तो वहीं पूछताछ में यह अहम खुलासा हुआ है कि पकड़े गए प्रेमी संजय श्रीपाल की मृतिका बबली झारिया की 20 वर्षिय बेटी निशा के ऊपर भी बुरी नजर थी। इसी को लेकर मृतिका और आरोपी के बीच विवाद उपजा था। तो वहीं देवरानी मालती को भी यह डर था कि कहीं उसके चरित्र की भनक किसी और को ना लग जाए। पिता की मौत के बाद अनाथ हुई बेटी की चिंता में फिक्रमंद मृतिका आरोपी से लड़ तो सकती थी, लेकिन जीत नहीं पाई और अंतत: आरोपियों ने दोनों मां-बेटी को बड़ी ही चतुराई से पूरी प्लानिंग कर, पहले गला घोंटा और फिर फिंगर प्रिंट ना आ जाएं इसके लिए शवों के कपड़े उतारकर नहर में बहा दिए। इस दोहरे हत्याकांड के पर्दाफाश के बाद क्षेत्र में सनसनी है।
बरेला के वार्ड नंबर 16 निवासी एवं आंगनबाड़ी में सहायिका बबली झारिया (40) और उसकी बेटी निशा झारिया (20) बीते 27 सितंबर की रात में ही गायब हो गई थीं। 28 को ही टेमरभीटा निवासी मायके वालों ने थाने में इसकी सूचना दे दी थी। पर पुलिस ने गुमशुदगी 30 सितंबर को दर्ज की। तीन दिन तक पुलिस मायके वालों को ही दोनों को रिश्तेदारियों में खोजने की सलाह देते रहे। 1 अक्टूबर को बबली के पिता चंद्रभान झारिया ने एसपी से बेटी व नातिन के गायब होने की बात कहते हुए ढूंढने की गुहार लगाई थी। पुलिस इसके बाद ही सक्रिय हुई। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने संजू से पूछताछ के आधार पर कोसमघाट निवासी राजा कोल को उठा लिया। इसके बाद पूछताछ की रणनीति बदली। तीनों आरोपियों को अलग-अलग पूछताछ शुरू की। शुरू में तीनों पुलिस को भ्रमित करते रहे। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने संजू पर सख्ती की। साथ ही राजा द्वारा सब कुछ बता देने का झूठ बोला। इसके बाद संजू जाकर टूटा, उसने स्वीकार किया कि उसी ने राजा व देवा के साथ मिलकर मालती के कहने पर मां-बेटी की हत्या की है। लाश को अपने गांव काशी महंगवा स्थित कैनाल किनारे झाडिय़ों में दफ ना दिया है। जिसके बाद पुलिस ने शव बरामद किए।