बच्चे को डंडे से मारा, लात-घूंसे बरसाए, : कोचिंग टीचर की पिटाई से बच्चा बेहोश; मारते-मारते डंडा टूट गया
पटना में एक टीचर ने 5 साल के छात्र को बेरहमी से पीटा। इसका वीडियो सामने आया है। कोचिंग क्लास में पढ़ाई ना करने पर शिक्षक ने बच्चे को पहले डंडे से मारा। मारते-मारते डंडा टूट गया तो उसे पलट कर दूसरी तरफ से मारा। इसके बाद लात-घूंसे भी बरसाए। पिटाई के दौरान बच्चा जमीन पर गिर गया, लेकिन टीचर का दिल नहीं पसीजा। वह उसे लात-घूंसे- थप्पड़ से लगातार पीटता रहा। इस दौरान बच्चा चीखता रहा और छोड़ने की मिन्नतें करता रहा। लेकिन टीचर नहीं माना, उसने इतना मारा कि बच्चा बेहोश हो गया।
यह मामला बिहार की राजधानी पटना में धनरूआ के वीर ओरियारा के जया क्लासेस कोचिंग संस्थान का है। जहां पर मासूम को बेरहमी से पीटा गया है। फिलहाल बच्चे का इलाज जारी है।
आरोपी शिक्षक को लोगों ने जमकर पीटा
बच्चे के बेहोश होने की जानकारी मिलते ही आक्रोशित ग्रामीणों ने कोचिंग के शिक्षक छोटू की भी जमकर धुनाई कर दी। वीडियो को देखने के बाद उस कोचिंग में पढ़ने वाले पूरे मोहल्ले के बच्चे और अभिभावक दहशत में हैं। बताया जाता है कि धनरूआ के वीर ओरियारा स्थित जया पब्लिक स्कूल में जया क्लासेस के तहत बच्चों को ट्यूशन देकर नवोदय, नेतरहाट और सैनिक स्कूल में दाखिले की तैयारी कराई जाती है।
कोचिंग संचालक ने कहा, बीपी बढ़ गया था, इसलिए शिक्षक ने इस कदर पीटा
कोचिंग के संचालक अमरकांत कुमार ने बताया कि शिक्षक को बीपी की समस्या है। बीपी हाई होने के कारण उन्होंने बच्चे को इस कदर बेहरमी से पीटा। धनरूआ के जया पब्लिक स्कूल प्रिंसिपल विकास कुमार ने कहा कि छोटू नामक शिक्षक हमारे कोचिंग संस्थान में पढ़ाते हैं। उनको ब्लड प्रेशर की बीमारी थी। उन्होंने जो किया वो पूरी तरह गलत है। पिटाई करने वाले शिक्षक को कोचिंग से बाहर कर दिया गया है। बच्चे का इलाज अस्पताल में चल रहा है।
आरोपी शिक्षक फरार- पुलिस
इस मामले में धनरूआ थाना प्रभारी ने बताया कि वीडियो वायरल की सूचना उन्हें मिली है। जांच के दौरान स्पष्ट हुआ कि वीडियो शनिवार का है। जहां कोचिंग में बच्चे की पिटाई की गई है। थाना प्रभारी ने बताया कि फिलहाल शिक्षक कोचिंग छोड़कर फरार हो गया है।
ब्लड प्रेशर हाई होने से चिड़चिड़ाहट होती है
फुलवारी शरीफ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ राजकुमार चौधरी ने बताया कि जिस किसी व्यक्ति को बीपी की शिकायत होती है, वह चिड़चिड़ा होता है। या फिर उस व्यक्ति को चक्कर आता है। वह परेशान रहता है। बीपी की शिकायत में कोई भी व्यक्ति हिंसात्मक नहीं हो सकता है। पीटने वाला शिक्षक मानसिक रूप से बीमार हो सकता है। मेडिकल जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि पीटने वाला शिक्षक बीपी का था या फिर मानसिक रूप से बीमार।