ग्वालियरमध्य प्रदेश

प्रेमिका से दूर न रह पाने की कमजोरी ने पकड़वाया:गर्लफ्रेंड से मिलने आया था बदमाश पकड़ा गया, शातिर इतना कि नशीली चाय पिलाकर डबरा उपजेल से भाग चुका है

ग्वालियर के हजीरा से पुलिस ने एक शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया है। बदमाश हजीरा बाजार में अपनी गर्लफ्रेंड के घर आया था। पुलिस 15 दिन से उसकी गर्लफ्रेंड के घर की निगरानी कर रही थी। जैसे ही वह युवती के घर के बाहर पहुंचा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बदमाश इतना शातिर है कि दो साल से पुलिस को चकमा दे रहा था। कुछ वर्ष पूर्व वह डबरा जेल के स्टाफ को चाय में नशीली दवा मिलाकर पिलाने और सुलाने के बाद फरार भी हुआ था। उस केस में वह पकड़ा भी गया था। बदमाश पर 3 लूट-डकैती के मामले सहित 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं। हजीरा पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के बाद डबरा पुलिस को सौंप दिया है।

डबरा पुलिस को काफी समय से शातिर बदमाश वीरेंद्र उर्फ जुगरू रावत निवासी कंचनपुर डबरा की तलाश थी। उसकी तलाश डबरा में डकैती और अवैध हथियार की अवैध तस्करी के मामले में थी। वह दो साल से पुलिस को चकमा दे रहा था। पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह फरार हो जाता था। पर कुछ समय पहले डबरा पुलिस सभी थानों को बदमाश की डिटेल शेयर की थी। इस पर हजीरा पुलिस ने काम किया। हजीरा TI आलोक सिंह परिहार को सूचना मिली थी कि वीरेन्द्र रावत का अपनी गर्लफ्रेंड रानी (बदला हुआ नाम) निवासी सुभाषपुरा के घर हर 15 दिन में आना जाना है। इस पर उन्होंने अपनी एक टीम को निगरानी के लिए लगाया था। तभी से लगातार पुलिस बदमाश की गर्लफ्रेंड पर नजर बनाए हुए थी। बाजार जाने से लेकर अन्य किसी रिश्तेदार के घर जाने तक पर नजर बनाए हुए थी। बुधवार को बदमाश के ग्वालियर में अपनी गर्लफ्रेंड के घर आने की सूचना मिली थी। जिस पर SI आनंद कुमार, SI नरेंद्र छिकारा, ASI शैलेंद्र सिंह चौहान आरक्षक जनक सिंह ,हेमंत, श्रीकृष्ण राठौर व जितेंद्र की टीम बनाकर घेराबंदी की गई। जैसे ही भेष बदलकर बदमाश अपनी गर्लफ्रेंड के घर पहुंचा चारों से तरफ से पुलिस ने घेराबंदी कर दी। प्रेमिका के घर के बाहर से ही बदमाश को लिफ्ट कर लिया। उसे हजीरा थाना ले गए और यहां जरूरी कार्रवाई करने के बाद बदमाश को डबरा थाने के ASI ओमवीर सिंह यादव को आगे की कार्रवाई के लिए सौंप दिया।

डबरा जेल ब्रेक मामले में था शामिल

  • वर्ष 2011 में डबरा उपजेल जेल को ब्रेक कर फरार हुए कुछ बंदियों में यह वीरेन्द्र रावत उर्फ जुगरू भी शामिल था। डबरा उपजेल के स्टाफ को चाय में नींद की दवा मिलाकर यह भागा था। इसके बाद 2016 में जुगरू पकड़ा भी गया था,लेकिन उसके बाद डकैती के मामले में फरार होने के बाद वह पुलिस को लगातार चकमा दे रहा था।

19 अपराध हैं दर्ज

  • बदमाश जुगरू पर अकेले डबरा सर्कल थानों में ही 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं। जिनमें 3 मामले लूट-डकैती, अपहरण, पॉक्सो एक्ट, मारपीट, कुल्हाड़ी से हमला और अवैध हथियारों की तस्करी सहित 19 मामले दर्ज हैं। इसलिए भी पुलिस उसकी तलाश में लगी थी।

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