प्रदेश में 2 करोड़ की लागत से पहली एनिमल इनफर्टिलिटी डॉयग्नोस्टिक लैब वेटरनरी परिसर में बनेगी

जबलपुर, यश भारत । 2 करोड रुपए की लागत से प्रदेश में पहली डॉयग्नोस्टिक लैब वेटरनरी परिसर में बनेगी l जिसके चलते अब मानवों की तरह ही अब पशुओं में भी इनफर्टिलिटी की जांच की जा सकेगी। इससे दुधारु पशुओं की जान बचेगी और पशुपालकों को भी लाभ होगा।
अमूमन बांझपन के कारण पालक गाय, भैंस व बकरी सहित अन्य जानवरों या तो अलग कर देते हैं अथवा बेच देते हैं। लैब का संचालन वेटरनरी विश्वविद्यालय के निर्देशन में होगा।
अब बच सकेगी जान
विशेषज्ञ एवं विभाध्यक्ष गायनोक्लोजिस्ट डॉ. सत्यनिधि शुक्ला कहते हैं कि पशुओं में भी इनफर्टिलिटी की समस्या की कई वजह है जिसमें भ्रूण के संक्रमण, गर्भपात के बीच का अंतराल, सीमन का न बनना जैसे कारण होते हैं। करीब 15 से 20 फीसदी पशु इससे प्रभावित होते हैं जिन्हें ठीक किया जा सकता है। पशु मालिकों को जानकारी न होने के कारण इन्हें बेकार समझ अलग कर देते हैं।
इस लैब के लिए लंबे समय से प्रयासरत थे। स्वीकृति मिलने के साथ ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके माध्यम से पशुओं की इनफर्टिलिटी जांच के साथ ही अनुसंधानात्मक गतिविधियां भी बढ़ेगी।