पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं के लिए कांग्रेस ने बंद किए दरवाजे, भोपाल बैठक में फैसले पर लगी मोहर, इसी माह कटनी को मिल सकता नया शहर कांग्रेस अध्यक्ष

कटनी, यशभारत। राजधानी भोपाल में कल से शुरू हुई कांग्रेस की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक की बैठक का आज दूसरा दिन है। बैठक में संगठन से जुड़े कुछ बड़े और अहम फैसले लिए जा रहे हैं, जिसमें खास बात यह निकलकर आई कि भाजपा में जा चुके कांग्रेस नेताओं को अब पार्टी में वापस नहीं लिया जाएगा। इस निर्णय के बाद कटनी में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं के लिए कांग्रेस के दरवाजे बंद हो चुके हैं। कटनी में अनेक कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ी थी, जिनमें आधा दर्जन बड़े नेता शामिल थे। ये सब भाजपा में अब नई जमीन की तलाश में है, हालांकि अब तक भाजपा ने इन्हें कोई भी जिम्मेदारी नहीं दी है।
सूत्रों के मुताबिक भोपाल में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का आज दूसरा दिन है, जिसमें पार्टी को ग्रास रूट लेबल पर सक्रिय करने का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स टीम ने प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की मौजूदगी में निर्णय लिया है कि जो संघर्ष के समय चुनाव की जिम्मेदारी छोड़कर भाजपा से जा मिले, उनकी किसी भी सूरत में वापसी नहीं होगी। इस निर्णय से उन नेताओं को झटका लगा है जो भाजपा में महत्व न मिलने की वजह से कांग्रेस में वापसी का गणित जमाने लगे थे। कटनी ने कुछ नेता ऐसे हैं जो चुनाव के वक्त जज्बाती होकर भाजपा के साथ मिल तो गए, लेकिन उन्हें अब अपनी भूल का अहसास हो गया है। भाजपा ने उन्हें कोई अहमियत नहीं दी। यहां तक कि हाल ही में चलाए गए भाजपा के सदस्यता अभियान में भी उनकी कोई पूछ परख नहीं हुई। कांग्रेस छोड़कर जाने वाले कुछ नाम तो ऐसे है जो सदस्यता अभियान में अभी सक्रिय सदस्य तक नहीं बन सके है। ऐसी स्थिति में भाजपा में इन्हें आगे भी कुछ हासिल हो पाएगा, इसमें संदेह अधिक है। भोपाल बैठक में इस पर भी चर्चा हुई है कि मैदानी स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने अभियान चलाया जाएगा। संभाग और जिला लेवल पर प्रभारी तय होंगे जो ब्लॉक स्तर पर पार्टी के कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
शहर अध्यक्ष को लेकर निर्णय जल्द
जानकारी के मुताबिक लोकसभा चुनाव के समय से कटनी में शहर कांग्रेस अध्यक्ष का पद रिक्त है। यह बात पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के संज्ञान में है। प्रदेश कार्यकारिणी की वजह से नई नियुक्ति का मामला टलता आ रहा था। अब प्रदेश की टीम घोषित हो चुकी है और सभी को काम सौंपे भी जा रहे है, ऐसी स्थिति में कटनी शहर अध्यक्ष का फैसला जल्द हो सकता है। पटवारी तक कुछ नाम पहुंच भी चुके हैं, जिनमें से किसी एक नाम पर सहमति की कोशिशें की जा रही है। इस पद के लिए जो नाम भोपाल पहुंचे हैं उनमें प्रियदर्शन गौर, मिथलेश जैन, अमित शुक्ला, गुड्डू द्विवेदी, रमेश सोनी और राजा जगवानी में से किसी एक की संभावना अधिक है। कुछ और भी नेता प्रयास कर रहे है। हो सकता है जीतू पटवारी किसी नए चेहरे पर भरोसा कर ले। 6 माह से पार्टी किसी नाम को तय नहीं कर पाई जिसके चलते संगठन की गतिविधियों में तेजी नहीं आ पा रही। जिला कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष ही शहर के आयोजनों में भागीदारी कर रहे है। कटनी की कांग्रेस में फिलहाल इस बात लेकर भी मायूसी है कि प्रदेश कार्यकारिणी में कटनी के किसी नेता को तवज्जो नहीं मिल पाई, जबकि विधानसभा चुनाव से पहले कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष रहते रेवड़ी के माफिक पद बंट गए थे। असंतुष्ट नेता भोपाल जाता था, वही एक नियुक्ति पत्र लेकर लौटता था, किन्तु पटवारी ने अपनी टीम में कटनी से किसी को स्थान नहीं दिया।
50 घरों के बीच एक मोहल्ला समिति, पंचायतों में भी प्रमुख बनाएगी कांग्रेस
झारखंड और महाराष्ट्र के चुनाव के साथ ही मध्यप्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनाव के बाद अब पहली बार कांग्रेस संगठन को दुरुस्त करने निकल पड़ी है। बैठक में आज दूसरे दिन जिला अध्यक्षों को भी बुलाया गया है जिनसे जिला और ब्लॉक के स्तर पर संगठन के विस्तार को लेकर चर्चा तो होगी ही साथ ही कुछ सर्जरी भी की जा सकती है। हो सकता है बैठक के बाद कटनी शहर कांग्रेस अध्यक्ष की घोषणा हो जाए, जिसका इंतजार लंबे समय से स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता कर रहे हैं। इस बैठक में जहां जिला अध्यक्षों से कार्यों का फीडबैक भी लिया जा रहा है। आगे की रणनीति को लेकर भी विचार विमर्श होगा। ग्रामीण अध्यक्ष करण सिंह चौहान कांग्रेस के कार्यक्रमों तथा धरना प्रदर्शन के जरिए अपनी सक्रियता बनाए हुए हैं, नतीजतन सर्जरी में उनके बदले जाने के आसार कम है। पार्टी सक्रियता के लिए 50 घरों की मोहल्ला समिति भी बना रही है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत स्तर पर जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

