पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव व विश्वशांति महायज्ञ: 75 हजार वर्गफीट में सजा पंडाल, मंगलाष्टक, दिग्बंधन, रक्षामंत्र, शांतिमंत्र, अभिषेक और शांतिधारासे हुआ पूजन
हनुमानताल से निकाली गई घटयात्रा

जबलपुर,यशभारत। हनुमानताल में विराजित होने वाली 24 तीर्थंकर भगवान की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आज से श्री मज्जिनेन्द्र आदिनाथ जिनबिम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव व विश्वशांति महायज्ञ, गजरथ महोत्सव का आयोजन शहीद स्मारक परिसर में शुरू हुआ। 75 हजार वर्गफीट में बने भव्य पंडाल में पंचकल्याणक महोत्सव का शुभारंभ घट यात्रा आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के विशेष कृपापात्र शिष्य निर्यापक श्रवण मुनि पुंगव सुधासागर महाराज, मुनि पूज्य सागर महाराज, ऐलक धैर्य सागर महाराज व छुल्लक गंभीर सागर महाराज के सानिध्य में सुबह 7 बजे हनुमानताल से घटयात्रा निकाली गई जो क्षेत्र भ्रमण करते हुए गोलबाजार पहुंची। जिसमें श्रीजी की की पालकी भी शामिल रही।

राष्ट्रसंत आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के आशीर्वाद से श्री दिगम्बर जैन शासनोदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र, हनुमानताल के तत्वावधान में यह विराट धार्मिक अनुष्ठान आठ मई तक अनवरत जारी रहेगा।प्रतिष्ठाचार्य, अशोक नगर ब्रह्माचारी प्रदीप भैया ने बताया कि मंगलवार को सुबह सात बजे मंगल ध्वजारोहण स्थल पर पूजन के बाद ध्वजारोहण किया गया इसे पूर्व प्रात: पांच बजे मंगलाष्टक, दिग्बंधन, रक्षामंत्र, शांतिमंत्र, अभिषेक, शांतिधारा, पूजन, मंगल घटयात्रा का पूजन किया। उन्होंने बताया कि सुबह पौने नौ बजे से मुनिश्री का मंगल प्रवचन हुए। सुबह 10 बजे मंडप शुद्ध, मंडल शुद्ध, मंडप प्रतिष्ठा, मंडल प्रतिष्ठा आदि संस्कार किए गए। दोपहर 12 बजे मंगलाष्टक, दिग्बंधन, रक्षामंत्र, शांतिमंत्र, पात्र शुद्ध, सकलीकरण, इन्द्र प्रतिष्ठा, नांदी विधान सम्पन्न होंगे। इसी के साथ मंगल कलश स्थापना, शांति कलश स्थापना, अखंड दीप स्थापन, श्री याग्मंडल विधान को गति दी जाएगी।
शाम को गर्भ कल्याणक, सौधर्म इन्द्र सभा सजेगी
अध्यक्ष कैलाश चंद्र जैन, राजेंद्र कुमार मम्मा, सुनील मंगलाहट, अमित पड़रिया अनिल जैन गुड्डा, सुजीत जैन भाऊ, आशीष जैन, मनोज जैन ने बताया कि सायं छह बजे आचार्य भक्ति, जिज्ञासा समाधान, सामूहिक आरती होगी। साढ़े सात बजे से गर्भ कल्याणक, पूर्ण रूप, सौधर्म इन्द्र सभा, तत्वचर्चा, सौधर्म इन्द्र का आसन कम्पायमान होना, अवधिज्ञान से ज्ञात करना, धनपति कुबेर का आगमन, रत्नों वृष्टि, स्वर्ग से सुन्दर अयोध्या नगरी की रचना, सोलह स्वप्न दर्शन, गीत-नृत्श् अष्टदेवियों द्वारा माता की सेवा के उपरांत तत्व चर्चा भेंट समर्पण के विधान होंगे।
आयोजकों के मुताबिक मुनि संघ की आवास व्यवस्था समारोह स्थल के पास ही रखी गई है।इस गजरथ महोत्सव के आयोजन के दौरान चिकित्सा विभाग, आवास व्यवस्था के लिए 100 कमरे, आमानती सामान घर, यातायात व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था विभाग सहित 80 विभागों का गठन किया गया है। बुजुर्ग इंद्र-इंद्रणी (पात्रों) को समारोह स्थल तक आने-जाने के लिए ई-रिक्शा उपलब्ध रहेगा। श्रद्धालुओं के बड़े और छोटे वाहनों के लिए अलग-अलग व्यवस्था रहेगी।
वेदी मंच के साथ ही तीन भोजनशाला भी
गोलाबाजार परिसर में 50 गुणित 80 इंच का 64 गुणित 8 की वेदी मंच तैयार की गई है। तीन भोजनशाला संचालित होगी। इसमें सामान्य जनता के लिए 15 हजार वर्ग फीट की भोजन शाला, इंद्र-इंद्राणी के लिए पांच हजार वर्गफीट में भोजनशाला और त्यागीवृति भोजनशाला अलग से संचालित होगी। मुनि संघ की आवास व्यवस्था सामारोह स्थल के पास ही रहेगी।