नयागांव में 8 करोड़ रुपए की लागत से लगाया गया रिन्युअल एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम
सूर्य की स्थिति हवाओं की तीव्रता का अध्ययन कर उत्पादन का प्लान तैयार होगा
जबलपुर , यश भारत l प्राकृतिक पर्यावरण के साथ ताल मेल बैठाते हुए हवा और सूर्य की संपूर्ण स्थिति का बारीकी से आकलन कर सोलर और विंड एनर्जी से बिजली उत्पादन का शेड्यूल तैयार किया जा सकेगा। इसके लिए ट्रांसमिशन कपनी द्वारा स्टेट लोड डिस्पेच सेन्टर नयागांव में आठ करोड़ रुपए की लागत से रिन्युअल एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम लगाया गया है।
इस सिस्टम से सूरज कितने बजे निकलेगा, तापमान क्या होगा, प्रदेश में कहां और कितनी तीव्रता से हवाएं चलेंगीं, इस फोरकास्ट के आधार पर उत्पादन का प्लान तैयार होगा। वहीं यदि कमी आई, तो बिजली कहां से और कैसे लेनी है, इस योजना पर एडवांस प्लानिंग की जा सकेगी। इस सिस्टम के बाद बिजली संचालन में सुगमता आएगी तो वही उपभोक्ताओं को भी राहत रहेगीl
यह होता था नुकसान
विद्युत विभाग के ट्रांसमिशन अधिकारियों ने बताया कि अचानक बिजली की डिमांड बढ़ने के बाद बिजली कहां से आएगी, उसका शेड्यूल क्या होगा साथ ही वह कहां-कहां वितरित किस अनुपात में की जाएगी यह कार्य योजना काफी जटिल होती थी। बिजली कपनी द्वारा ताप और जल विद्युत गृहों, सौर ऊर्जा, विंड एनर्जी समेत एनटीपीसी से बिजली ली जाती है। सभी का शेड्यूल 24 घंटे पहले निर्धारित किया जाता है, कि कहां से कितनी बिजली ली जाएगी, लेकिन कई बार सौर और विंड से प्राप्त होने वाली बिजली अनुमान के हिसाब से नहीं मिल पाती। जिस कारण बिजली कपनी को तत्काल बिजली खरीदनी पड़ती है, जो काफी महंगी होती है।
इस सिस्टम के इंस्टॉल होने के बाद जहां परफेक्टर फॉरकास्ट मिलेगा, इससे बिजली उत्पादन का शेड्यूल तैयार कर लिया जाएगा, इससे सौर और विंड से विद्युत उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी होगी।