देश के विकास के लिए जरूरी है ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव

ग्वालियरl देश के विकास के लिए एक राष्ट्र- एक चुनाव जरूरी है इसके लिए देश की संसद के साथ आम सहमति आवश्यक है। देश के समग्र विकास और संसाधनों की बचत के लिए ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव की नीति आवश्यक है। बार-बार होने वाले चुनावों के कारण देश में विकास कार्य रूक जाते हैं, प्रशासनिक अमला चुनाव प्रक्रिया में व्यस्त हो जाता है और भारी मात्रा में धन खर्च होता है यदि देश में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ कराए जाएं तो इससे समय और संसाधनों की बचत होगी और देश तेजी से आगे बढ़ सकेगा। उक्त बात भाजपा जिलाध्यक्ष जयप्रकाश राजौरिया ने ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव विषय पर केंद्रित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही।
– जयप्रकाश राजौरिया ने ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव को जन आंदोलन बनाने की बात कहीं और कहा कि इस विषय पर सिर्फ राजनीतिक दल ही नहीं, बल्कि आम नागरिकों को भी जागरूक होकर अपनी सहमति प्रकट करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब देश की ऊर्जा और पूंजी सही दिशा में लगेंगी, तो विकास कार्यों को और अधिक गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश में साल भर कहीं न कहीं चुनाव होते रहते हैं जिसकी वजह से विकास कार्य ठप हो जाता है। उन्होंने कहा कि ‘ एक राष्ट्र,एक चुनाव होने से विकास को पंख लगेंगे। सरकारी व्यवस्थाओं पर से बोझ कम होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक राष्ट्र एक चुनाव का जो सपना देखा है, उसे हम सब को मिल कर साकार करना है।
बार-बार चुनाव से मतदाताओं की भागीदारी और रुचि पर भी असर पड़ता है
जयप्रकाश राजौरिया ने कहा कि एक साथ चुनाव कराने की सोच पहले ही लागू हो जानी चाहिए थी। यह राष्ट्रहित में एक दूरदर्शी निर्णय होगा। बार-बार चुनाव कराने से न केवल आर्थिक भार बढ़ता है, बल्कि मतदाताओं की भागीदारी और रुचि पर भी असर पड़ता है।