दुर्घटना में मारे गए छात्र तथा घायल छात्रों के इलाज में मदद नहीं करने को लेकर गौर यूथ फोरम ने कुलपति पर लगाए आरोप : 1 करोड़ का मुआवजा व मुफ्त इलाज की मांग

सागर यश भारत (संभागीय ब्यूरो) डॉ हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय, सागर में पिछले दिनों बी. फार्मा अंतिम सेमेस्टर के विद्यार्थी आशीष अहिरवार की विवि परिसर में दुर्घटना में आकस्मिक मौत और तीन विद्यार्थियों के घायल हो जाने की घटना में विश्वविद्यालय की संवेदनहीनता के खिलाफ गौर यूथ फोरम ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी दी है। फोरम ने मृत विद्यार्थी आशीष अहिरवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा तथा घायल विद्यार्थियों का मुफ्त इलाज करने की मांग विश्वविद्यालय से की है।
गौर यूथ फोरम के विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के अध्यक्ष हिमांशु तिवारी, प्रदेश महामंत्री विश्वजीत सिंह और जिला अध्यक्ष अक्षत जैन ने संयुक्त बयान जारी करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि मृत विद्यार्थी आशीष अहिरवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा प्रदान किया जाए तथा सभी घायल विद्यार्थियों का इलाज विश्वविद्यालय के खर्चे पर कराया जाए। ऐसा न करने की स्थिति में गौर यूथ फोरम ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
फोरम ने आरोप लगाया है कि यह आश्चर्य की बात है कि कि विश्वविद्यालय प्रशासन प्रत्येक विद्यार्थी से नियमित रूप से शुल्क के साथ मेडिकल फीस और इंश्योरेंस शुल्क को लेता है। लेकिन आज दिनांक तक विश्वविद्यालय ने किसी भी छात्र को इंश्योरेंस के रूप में कोई क्षतिपूर्ति दी हो ऐसा ज्ञात नहीं है। उनका आरोप है कि छात्रों की फीस के साथ मेडिकल एवं इंश्योरेंस शुल्क के रूप में दिया जाने वाला पूरा पैसा प्रशासन डकार जाता हैंI इस पर सवाल उठाते हुए कहा गया है कि दुर्घटना के दौरान विद्यार्थियों को क्षतिपूर्ति नहीं दी जाती है तो इंश्योरेंस के रूप में राशि कैसे और क्यों ली जाती है। इसके अलावा मेडिकल फीस भी प्रत्येक विद्यार्थी से ली जाती है जबकि विवि के अस्पताल में पिछले तीन वर्षों से दवाइयों का अकाल पड़ा है व बीमार व पीड़ित विद्यार्थियों कोअधिकांश दवाईयाँ बाहर से ही लेना पड़ता है।
फोरम के पदाधिकारीयों ने कहा है कि आगामी 20 तारीख को विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और श्री श्री 1008 रामभद्राचार्य जी के आगमन पर फोरम के विवि इकाई के पदाधिकारीयो का एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से इस संबंध में मुलाकात कर उन्हें अवगत करायेगा, साथ ही केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, PMO और देश की महामहिम राष्ट्रपति को यहाँ की स्थिति से अवगत करायेगा।







