जबलपुरदेशमध्य प्रदेशराज्य

दिल्ली-NCR, UP, पंजाब, राजस्थान समेत उत्तर भारत में भूकंप:तीव्रता 6.6 आंकी गई; अफगानिस्तान में सेंटर, कजाकिस्तान, पाकिस्तान और चीन में भी झटके

 

दिल्ली-NCR में मंगलवार रात करीब सवा दस बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। UP, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, बिहार में भी झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता 6.6 आंकी गई। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में रहा।

भारत के अलावा, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, कजाकिस्तान और चीन में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। सीस्मोलॉजी विभाग के मुताबिक भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान से 90 किमी दूर कालाफगन में था।

भूकंप के झटके लगने से लोग घबराहट में घरों से बाहर निकल गए। भूकंप के झटके कई सेकेंड तक महसूस किए गए।

जयपुर सहित राजस्थान के कई जिलों में रात साढ़े दस बजे महसूस हुए झटके
राजस्थान में मंगलवार रात करीब साढ़े दस बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। जयपुर सहित तमाम शहरों में लोग घरों से बाहर भागे। एक-दूसरे को फोन कर भूकंप आने की जानकारी दी।

बीकानेर, जोधपुर, अलवर, गंगानगर, अजमेर, झुंझुनूं आदि शहरों में भूकम्प के झटके महसूस होते ही लोग घर से बाहर की ओर दौड़े। अपने नाते-रिश्तेदारों को फोन करके इसकी जानकारी भी दी, ताकि सभी सुरक्षित अपने घरों से बाहर आ जाएं।

एक दिन पहले उत्तराखंड, हिमाचल और गुजरात में आया था भूकंप
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में सोमवार सुबह साढ़े पांच बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। नेशनल सीस्मोलोजी सेंटर के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.1 मापी गई थी। भूकंप का केंद्र पिथौरागढ़ से 40 किमी दूर जमीन के पांच किमी नीचे था। गुजरात के कच्छ जिले में सोमवार सुबह 3.2 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप सुबह सात बजकर 35 मिनट पर आया, जिसका केंद्र कच्छ जिले के भचाऊ शहर से करीब 10 किलोमीटर उत्तर-पूर्वोत्तर (एनएनई) में था। कच्छ जिले में भूकंप का खतरा अधिक बना रहता है और नियमित रूप से यहां हल्के झटके महसूस किए जाते हैं।

हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। लोग घरों से बाहर की ओर दौड़े। राहत की बात यह रही कि इस भूकंप के कारण जिला चंबा में फिलहाल किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ था।

दो दिन पहले इक्वाडोर में आया था भूकंप
साउथ अमेरिकी देश इक्वाडोर में शनिवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.8 थी। इस भूकंप के चलते 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 381 लोगों के घायल हुए। US जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप का सबसे ज्यादा असर गुयास में हुआ। ये कोस्टल इलाका है। भूकंप का केंद्र यहां से 80 किलोमीटर दूर ग्वायाक्विल शहर में था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इमारतों को काफी नुकसान पहुंचा है।

तुर्किये-सीरिया में 6 फरवरी को आए 3 बड़े भूकंप, 57 हजार लोगों की मौत
6 फरवरी को तुर्किये और सीरिया में 3 बड़े भूकंप आए थे। दोनों देशों में कुल मिलाकर 57 हजार लोग मारे गए थे। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, दोनों देशों में 2 करोड़ 60 लाख लोगों को अब भी मदद की जरूरत है। 75 साल में पहली बार WHO ने इतने बड़े लेवल पर रेस्क्यू ऑपरेशन किया था।

पहला भूकंप सुबह करीब चार बजे (7.8), दूसरा करीब 10 बजे (7.6) और तीसरा दोपहर 3 बजे (6.0) आया। इसके बाद आफ्टर शॉक्स भी दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही। तुर्किये में 7 फरवरी सुबह 8.53 पर फिर भूकंप आया। इसके बाद दोपहर 12.41 बजे 5.4 तीव्रता का भूकंप आया।

वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्किये के 11 राज्यों में 6,040 आफ्टर शॉक भी आए। इन इलाकों को डिजास्टर जोन कहा गया। 6 हजार में से 40 आफ्टर शॉक 5 से 6 तीव्रता के थे। एक 6.6 तीव्रता का था। तुर्किये की स्थिति इतनी खराब हो गई कि यहां एक लाख से ज्यादा इमारतें नष्ट हो गईं।।

Yash Bharat

Editor With मीडिया के क्षेत्र में करीब 5 साल का अनुभव प्राप्त है। Yash Bharat न्यूज पेपर से करियर की शुरुआत की, जहां 1 साल कंटेंट राइटिंग और पेज डिजाइनिंग पर काम किया। यहां बिजनेस, ऑटो, नेशनल और इंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button