डॉक्टर बनने इम्तिहान: गेट पर छात्राओं की उतरवाई ज्वलेरी, हाफ टी-शर्ट पहनकर पहुंचे छात्र
30 केंद्रों में आयोजित हो रही नीट परीक्षा, सभी सीबीएसई स्कूलों को बनाया केंद्र, 12 हजार विद्यार्थी हो रहे शामिल

जबलपुर। डॉक्टर बनने के लिए पहले नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट) का इम्तिहान देने पहुंचे विद्यार्थियों को कड़ी सुरक्षा के बीच से गुजरना पड़ा। परीक्षा केंद्र पहुंचने के पहले छात्राओं के ज्वेलरी उतरवाई गई तो फुल टी-शर्ट पहने छात्रों को हाफ टी-शर्ट पहनकर आने के निर्देश दिए गए। नीट परीक्षा शहर के 30 केंद्रों में आयोजित हो रही है। शहर के सभी सीबीएसई स्कूलों को केंद्र बनाया गया है। परीक्षा में 12 हजार विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं। परीक्षा शुरू होने के दो घंटे पहले विद्यार्थियों को पहुंचना जरूरी था। परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित होगी।
सैनिटाइजर लेकर पहुंचे विद्यार्थी
कोरोना संक्रमण को देखते हुए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा पहले ही छात्रों को निर्देश दिए गए थे कि वह परीक्षा केंद्र सैनिटाइजर के साथ पहुंचे। हालांकि परीक्षा सेंटरों में सैनिटाइजर और थर्मल स्केनर से विद्यार्थियों का टेम्परेचर चैक किया गया।

परीक्षा केंद्र पहुंचने के पहले इन प्रक्रियाओं से गुजरे स्टूडेंट
-विद्यार्थी को सर्दी-जुकाम, बुखार की शिकायत थी तो उसकी जानकारी देनी पड़ी।
-कोविड संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आए।
-पारदर्शी पानी की बोतल, एक छोटी सैनिटाइजर की शीशी लाने की अनुमति थी।
-आधी बांह के शर्ट, टीशर्ट व कुर्ता पहनकर पहुंचे छात्र
– छात्राओं की इयरिंग व नोजपिन और ज्वेलरी उतरवाई गई।
-जिप पॉकेट, कढ़ाई वाले, बड़े बटन के कपड़े की परमीशन नहीं थी।
कोविड नियमों का पालन
– परीक्षा केंद्रों में विद्याथियों की बैठने की व्यवस्था कोरोना गाइड लाइन के तहत की गई थी।
-विद्यार्थियों के बैठने में दो सीटों के बीच अंतर रखा गया।
– परीक्षा केंद्रों में मास्क नहीं पहने विद्यार्थियों को मास्क दिए गए।
– परीक्षा शुरू होने के पहले कमरों को सैनिटाइज कराया गया।
– परीक्षा के दौरान शारीरिक दूरी के पालन का विशेष ध्यान रखा