टोन पिचिंग, नदी का गहरीकरण, ग्रीन एरिया, पॉथ वे निर्माण, अब तक करीब पौने दो करोड़ खर्च, वक्त अभी और लगेगा…

कटनी, यशभारत।नगर निगम के द्वारा शहर की जीवनदायिनी नदी के मोहन घाट मसुरहा घाट के उन्नयन के लिए करीब पौने दो करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। जानकारी अनुसार मसुरहा घाट का उन्नयन 1.08 करोड़ में किया जा रहा है। इसी तरह से मोहन घाट का उन्नयन कार्य 75 लाख में किया जा रहा है।
विगत 13 फरवरी को कलेक्टर दिलीप यादव की समीक्षा बैठक में नगर निगम के अधिकारियों ने दावा किया था कि आगामी दो माह में शेष कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन, वर्तमान स्थिति को देखकर ऐसा नहीं लग रहा है। इस निर्माण कार्य में शुरूआती दौर से लापरवाही बरती गई जिसके चलते अंतिम समय में कार्य प्रभावित हो रहा है। अब आनन-फानन में यह कार्य पूरा करने की कोशिश के चलते गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है।
2 जनवरी 24 को हुआ था अनुबंध
नगर निगम ने दोनों घाटों के उन्नयन के लिए राज कंस्ट्रक्शन एंड सप्लायर्स से 2 जनवरी 2024 को अनुबंध किया था। इसके तहत इन कामों को 12 माह के अंदर पूरा करना था। इसमें विशेष रूप से नदी के किनारे पर स्टोन पिचिंग, नदी का गहरीकरण, ग्रीन एरिया विकसित करना, पॉथ वे और घाट उन्नयन कार्य किए जाने थे। लेकिन, इसमें से अधिकतर काम अधूरे पड़े हैं। हुई समीक्षा बैठक के दौरान नगर निगम के अधिकारियों ने बताया था कि मसुरहा घाट का उन्नयन कार्य 58.18 प्रतिशत ओर मोहन घाट का 67 प्रतिशत हो पाया है।
अधर में लटका हुआ है कार्य
वाटर बॉडी रिज्युविनेशन के तहत मोहन घाट व मसुरहा घाट का उन्नयन कराया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को साल भर पहले शुरू किया गया था। अनुबंध शर्त के अनुसार जनवरी 2025 तक पूरा काम हो जाना चाहिए था लेकिन, करीब डेढ़ माह का अतिरिक्त समय गुजर चुका है, उसके बाद भी काम अधर में लटका हुआ है। नगर निगम के आकड़े अनुसार डेढ़ माह पहले ही पूरा होना था मोहन व मसुरहा घाट का उन्नयन, अब भी 40 प्रतिशत काम शेष है।जिसे देखकर लगता है कि इसे पूरा होने में अब भी 6 माह से ज्यादा का समय लग जाएगा। यह पूरी स्थिति नगर निगम के जिम्मेदारों की मॉनीटरिंग पर सवाल खड़ा करती है। आखिर वे ठेका कंपनी से समय पर कार्य क्यों नहीं करा पाए? ठेका कंपनी ने लेटलतीफी की है, तो उसके ऊपर अर्थदंड अधिरोपित करने, कारण बताओ नोटिस आदि की कार्रवाई क्यों नहीं की गई, जो अपने आप में सवाल है।
इनका कहना है
मोहन घाट व मसुरहा घाट में अमृत 2.0 के तहत काम चल रहा है। घाटों का निर्माण व सौंदर्यीकरण गुणवत्तापूर्ण हो यह व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। काम में देरी न हो, इसके लिए पुनः समीक्षा की जाएगी। ठेकेदार पर कार्रवाई भी होगी।
नीलेश दुबे, आयुक्त नगर निगम।