
झारखंड में दिल्ली की श्रद्धा से भी क्रूर हत्या हुई है। आफताब ने श्रद्धा के 35 टुकड़े किए थे, लेकिन साहेबगंज में दिलदार अंसारी ने अपनी प्रेमिका रिबिका पहाड़िन के 50 से ज्यादा टुकड़े किए। हत्या के बाद उसके शव के टुकड़े किए और बोरे में बंद कर के घर में रखे थे। उसने रिबिका के कुछ टुकड़े मोहल्ले के आसपास सुनसान जगहों पर फेंके थे। जिसे कुत्ते नोंच-नोंच कर खा रहे थे।
जब लोगों ने कुत्तों को इंसान का मांस खाते देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। युवती का सिर अब तक नहीं मिला है। मृतका आदिम पहाड़िया जनजातीय समुदाय की थी।
घटना शनिवार शाम की बताई जा रही है। ये वारदात बोरियो प्रखंड की है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। और उसकी निशानदेही पर शवों के टुकड़े जमा कर रही है।
कुत्ते नोंचकर खा रहे थे शव
संताली पंचायत के मोमिन टोला में गांव के लोगों ने इंसान के शरीर के कुछ टुकड़े आंगनबाड़ी केंद्र के पास देखे। लोगों ने देखा कि कुत्ते पैर, सीने और शरीर के अन्य हिस्सों को नोंच-नोंचकर खा रहे हैं।
लोगों को शक हुआ कि यह इंसानी शरीर है तो इसकी जानकारी पुलिस को दी। घटना की सूचना मिलते ही बोरियो थाना प्रभारी जगन्नाथ पान और एएसआई करुण कुमार टीम के साथ पहुंचे।
बोरे में 50 टुकड़ों में मिला शव
पुलिस ने शव के कुछ टुकड़ों को कब्जे में लिया है। और इस मामले की छानबीन शुरू कर दी। पुलिस ने बेला टोला से महिला के प्रेमी दिलदार अंसारी को गिरफ्तार किया है।
उसकी निशानदेही पर पुलिस ने आंगनबाड़ी केंद्र से तकरीबन 300 मीटर दूर स्थित मांझटोला के एक बंद पड़े मकान से शव के कई और टुकड़े बरामद किए हैं। कुछ टुकड़े फर्श पर बिखरे हुए थे तो वहीं कुछ टुकड़ों को बोरे में भरकर रखा गया था।
लिव-इन में रहते थे दोनों
हत्या किस वजह से की गई , इसे लेकर पुलिस ने अब तक कुछ स्पष्ट नहीं बताया है। पुलिस ने शुरूआती जानकारी देते हुए कहा कि युवक और युवती साथ रह रहे थे, लेकिन दोनों के बीच झगड़े होते थे, हाल में ही दोनों के बीच के विवाद बढ़ गया था। जिसके बाद आरोपी ने इस घटना को अंजाम दिया।
इलाके में कैंप कर रहे हैं पुलिस अधिकारी
इस मामले के बाद पुलिस एक्शन मोड में हैं कई वरिष्ठ अधिकारी जिनमें साहिबगंज के एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा, डीएसपी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी साहेबगंज में कैंप कर रहे हैं। संदिग्ध को हिरासत में लेकर अभी पूछताछ की जा रही।
अब तक कई सवाल हैं जिसके जवाब नहीं मिले हैं। हत्या कितने दिन पहले हुई है ? क्या शरीर के कुछ हिस्से को इसी तरह फेंक दिया गया है ? आदिम पहाड़िया जनजाति समुदाय की थी और डोडा पहाड़ की रहने वाली थी। हत्या की प्रमुख वजह क्या थी ? पुलिस आरोपी से इन सवालों के जवाब तलाशने में लगी है।