मध्य प्रदेश की सियासत में ज्योतिरादित्य सिंधिया का बढ़ता कद अब भाजपा नेताओं के लिए ही परेशानी का सबब बनने लगा है। इसी क्रम में सिंधिया को हराने वाले गुना के भाजपा सांसद केपी यादव का एक पुराना पत्र वायरल हो रहा है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे इस पत्र में केपी यादव ने अपना दर्द बयां किया है।
आठ दिसंबर 2021 का है पत्र
गुना सांसद केपी यादव के लेटरपैड से जारी इस पत्र पर आठ दिसंबर 2021 की तारीख अंकित है। उनका यह पत्र पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को संबोधित है। केपी यादव ने अपने पत्र में लिखा है कि सिंधिया समर्थक मंत्री और उनके समर्थक नेता पार्टी के सिद्धांतों के विपरीत परंपराएं चला रहे हैं। उन्होंने आगे लिखा है कि इससे कार्यकर्ताओं के बीच भ्रम पैदा हो रहा है।
प्रोटोकॉल न फॉलो करने का आरोप
केपी यादव ने आगे लिखा है कि इससे पब्लिक में गलत संदेश जा रहा है। इसके चलते वह बेहद दुखी हैं। उन्होंने लिखा है कि लोकसभा का प्रतिनिधि होने के नाते इस प्रकरण से अवगत करा रहा हूं। सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने यह भी लिखा है कि सिंधिया समर्थक नेताओं द्वारा पार्टी के कार्यक्रमों में मेरी व निष्ठावान पदाधिकारियों की उपेक्षा की जा रही है। यहां तक कि कार्यक्रमों में आमंत्रण तक नहीं दिया जाता। वहीं उद्घाटन या लोकार्पण कार्यक्रमों में शिला पट्टिका पर प्रोटोकॉल के अनुसार उचित स्थान न दिए जाने की बात भी उन्होंने कही है।
जनता की भावनाओं की कद्र करना मेरा धर्म
अपने इस पत्र के संबंध में आज दिए बयान में सांसद केपी यादव ने कहाकि वह यहां के चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं। उन्होंने कहाकि जहां कहीं लगता है कि जनप्रतिनिधि के अधिकारों का हनन हो रहा है तो इसके संबंध में अपने शीर्ष नेतृत्व को अगवत कराता हूं। उन्होंने आगे कहाकि चूंकि यहां की 17 लाख जनता ने मुझे चुना है। इसलिए उनकी भावनाओं का आदर करना मेरा कर्म और धर्म है।