
माल ढुलाई दरें अपने पीक से काफी कम हो गई हैं। लेकिन हाई इनपुट लागत के कारण आने वाले महीने में कपड़े से लेकर मोबाइप फोन और टीवी महंगे हो जाएंगे।
रॉ मैटेरियल की कीमतें बढ़ रही हैं
दरअसल रॉ मैटेरियल की कीमतों में बढ़त और इनपुट लागत बढ़ने से कंपनियां अब इसका बोझ ग्राहकों पर डालने की तैयारी कर रही हैं। टेलीविजन, स्मार्टफोन, रेफ्रिजरेटर और एयर-कंडीशनर की कीमतों में अगले महीने तक 5 से 6% की वृद्धि होने की संभावना है। इसके बाद जनवरी या फरवरी से इनकी कीमतें 10-12% फिर से बढ़ सकती हैं।
बड़े ब्रांड्स के साथ मोलभाव हो रहा है
परिधान निर्यातक (Apparel exporters) उच्च लागत को आगे बढ़ाने के लिए बड़े ब्रांड्स के साथ रेट पर फिर से मोल भाव कर रहे हैं। भारत में खराब मौसम के कारण उत्पादन और आपूर्ति प्रभावित हुई हैं। इससे फसल का नुकसान भी हुआ है। इस वजह से बासमती चावल जैसी वस्तुओं की कीमतें पहले ही बढ़ चुकी हैं। भारत से या लाने या ले जाने के लिए कंटेनर का किराया अगस्त में 10,000-12,000 डॉलर तक पहुंच गया था। यह फिलहाल 5-15% तक कम हो गया है।